नागेन्द्र मणि त्रिपाठी/गोरखपुर: गोरखपुर में कांग्रेस के संगठन सृजन कार्यक्रम में रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दो गुटों के बीच धक्कामुक्की के बाद झड़प मारपीट में तब्दील हो गई. इस घटना में पीड़ित पक्ष के तीन से चार लोगों को चोटें आईं हैं, उन्होंने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक गुट ने दूसरे गुट के लोगों को कार्यक्रम स्थल से मारपीट करते हुए मैरिज लॉन से बाहर खदेड़ दिया. दूसरे गुट ने जिलाध्यक्ष और अन्य 10 अज्ञात लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष पर लगाए आरोप
इस घटना के संबंध में गोरखपुर के उरुवा के कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष पंडित सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि उन्हें 10 दिन पहले पार्टी कार्यालय पर बुलाया गया था, जहां उन्होंने अपनी बात रखी थी. इसके बाद जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी की शह पर उनके साथ मारपीट की गई . कांग्रेस के एक और कार्यकर्ता जयप्रकाश तिवारी ने भी अपने साथ मारपीट का आरोप लगाया है.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि गोरखपुर में रविवार को आयोजित कांग्रेस के संगठन सृजन कार्यक्रम के दौरान शीर्ष नेताओं के मंच पर मौजूदगी के दौरान ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के दो गुटों के बीच धक्कामुक्की के बाद हुई झड़प मारपीट में तब्दील हो गई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक गुट ने दूसरे गुट के लोगों को कार्यक्रम स्थल से मारपीट करते हुए मैरिज लॉन से बाहर खदेड़ दिया. दूसरे गुट ने जिलाध्यक्ष और अन्य 10 अज्ञात लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
पीड़ित पक्ष ने दी तहरीर
पीडि़त पक्ष के तीन से चार लोगों को चोटें आईं हैं. पीडि़त पक्ष ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है. रामगढताल क्षेत्र में रविवार को कांग्रेस के संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत एक जोनल बैठक सत्यम लॉन में आयोजित किया गया था.सुबह 10 बजे से चल रही इस बैठक में राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेता बैठक की अगुआई कर रहे थे. राष्ट्रीय स्तर के नेताओं में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी अविनाश, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, राष्ट्रीय सचिव सत्य नारायण पटेल, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, सुप्रिया श्रीनेता, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मंच पर मौजूद थे.
पूर्व कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष का क्या कहना
इस पूरे प्रकरण पर गोरखपुर के उरुवा के कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष पंडित सच्चिदानंद तिवारी ने बताया कि 10 जुलाई को उन्हें कार्यालय बुलाया गया था. प्रभारी डा. नाबिर सलाम आए थे. उनके समक्ष उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को मजबूत करने पर फोकस किया जाए. कांग्रेस सत्ता में मजबूत होगी, तभी कोई लड़ाई लड़ी जा सकती है. स्लीपर सेल की मजबूती होगी, तो कांग्रेस फ्लाप हो जाएगी. इसी के बाद विनोद पाण्डेय, श्रीश उपाध्याय, कालंजय राम त्रिपाठी और अन्य लोगों ने जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी के इशारे पर मारपीट की गई.
'ललकारते हुए किया हमला'
कहा कि कांग्रेस के झंडे को गिराकर कुचल दिया गया, उसका अपमान किया गया. कई लोगों के साथ मारपीट की गई. जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी भी ललकारने के बाद हाथ छोड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी की नजर उन पर पड़ी. इसके बाद उनके पास खड़े विनोद पांडे, आलोक शुक्ला और 10 अज्ञात लोगों को लेकर उनके पास आ गए. उन्हें ललकारते हुए उनके ऊपर हमला कर दिया. उनके हाथ में कांग्रेस पार्टी का सम्मानित झंडा था, जिसको तोड़कर फेंक दिया.
थाने में दी तहरीर
आरोप लगाया कि इसके बाद भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए गेट से बाहर कर दिया. फिर सड़क पर मारने पीटने लगे. इसमें मुझे काफी चोट आई. मेरा चेहरा कट गया. हाथ पर भी चोट आई है. मारपीट के बाद वे काफी डरे हुए हैं. धारदार हथियार का प्रयोग करके उन्हें मारा गया है. उन्होंने रामगढ़ताल थाने में तहरीर दी है.