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गोरखपुर से दूर नहीं कश्मीर की वादियां, डायरेक्ट ट्रेन की मिली गुडन्यूज, 1600 KM का सफर 8 घंटे पहले पूरा होगा

Gorakhpur To Kashmir Train News: सब कुछ ठीक रहा तो गोरखपुर से कश्मीर के दिलकश नजारे देखना दूर नहीं है. गोरखपुर से श्रीनगर तक डायरेक्ट ट्रेन चलाए जाने की तैयारी है. जिसको लेकर अच्छी खबर सामने आई है.

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Gorakhpur-Srinagar Train News
Gorakhpur-Srinagar Train News
Zee UP UK Web Desk|Updated: Apr 02, 2025, 04:08 PM IST
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Gorakhpur-Srinagar Train News: गोरखपुर से धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर के खूबसूरत नजारे देखना और भी आसान और सुविधाजनक बनाने की तैयारी है. उत्तर-पूर्वी रेलवे की कश्मीर तक सीधी ट्रेन चलाने की योजना है. अभी छपरा से कटरा तक टीओडी ट्रेन जाती है. इसे विस्तार देकर कश्मीर (श्रीनगर) तक चलाने की तैयारी है. चिनाब नदी पर बने रेलवे ब्रिज को कमिश्नर ने हरी झंडी भी दिखा दी है. जिसके बाद इसकी कवायद तेज हो गई है.

कटरा तक दो ट्रेनें
बता दें कि मौजूदा समय में गोरखपुर से कटरा के लिए दो ट्रेनों का संचालन होता है. जिसमें कामाख्या से कटरा वाया गोरखपुर और गोरखपुर से जम्मू शामिल है. अब एनई की तैयारी गोरखपुर से श्रीनगर तक ट्रेन चलाने की है. इसका प्रस्ताव भी रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है. बोर्ड के हरी झंडी दिखाए जाने के बाद ट्रेन का टाइम टेबल तैयार होगा और ट्रेन चलने का रास्ता साफ हो सकेगा. 

यात्रियों को मिलेगा फायदा
गोरखपुर से श्रीनगर के बीच अगर ट्रेन चलाई जाती है तो कश्मीर जाने वाले यात्रियों को इसका फायदा मिलेगा. लोगों का सफर कम समय में पूरा हो सकेगा.साथ ही रास्ते में होने वाली परेशानियां भी नहीं झेलनी होंगी. गोरखपुर से जम्मू तक सफर में अभी 22 से 23 घंटे लगते हैं. इसके बाद श्रीनगर तक बाय रोड जाने में 10 घंटे का समय लग जाता है यानी श्रीनगर तक 35 घंटे में यात्रा पूरी होती है. लेकिन डायरेक्ट ट्रेन मिलने से यह सफर करीब 26 से 27 घंटे में ही पूरा हो जायेगा.

गोरखपुर में ट्रेनों की आवाजाही रहेगी बाधित
वहीं, 12 अप्रैल से 2 मई तक गोरखपुर रेलवे स्टेशन से केवल चुनिंदा ट्रेनें ही चलेंगी. प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो को छोड़कर बाकी से ट्रेनों का संचालन नहीं होगा. 22 दिन तक 122 ट्रेनें रद्द रहेगीं. ट्रेनों का आवागमन प्रभावित होन की वजह नॉन इंटरलॉकिंग काम है. जिसके चलते यह फैसला लिया गया है. रेलवे और यात्री दोनों को इस काम के चलते नुकसान होगा. हालांकि काम पूरा होने के बाद में सफर सुविधाजनक हो जाएगा.

 

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