अमित त्रिपाठी/महराजगंज: महराजगंज में एक युवक की आत्महत्या की कोशिश को समय रहते रोककर पुलिस ने ना सिर्फ एक जिंदगी बचाई बल्कि कर्तव्य से बढ़कर मानवता की मिसाल पेश की. सोमवार रात जब लोग गहरी नींद में थे. उस वक्त श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के महदेवा चौराहा पर रहने वाले एक 18 वर्षीय युवक ने फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट डाल दी. "गुडबाय मेरी फेमिली व सभी दोस्तों। अब जहर खा लिया है। बस कुछ देर जिंदा रहूंगा."
अलर्ट हुआ DGP कंट्रोल रूम
प्रेमिका से ब्रेकअप के बाद भावनात्मक तनाव में आए इस युवक की पोस्ट को देखकर DGP कंट्रोल रूम एलर्ट हुआ. वहां से जिले की सोशल मीडिया सेल के पास सूचना मिली. सूचना मिलते ही सोशल मीडिया सेल तुरंत हरकत में आई और लोकेशन ट्रेस करते हुए श्यामदेउरवा पुलिस को जानकारी दी. जिसपर श्यामदेउरवा पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए युवक की जान बचाई गयी.
DGP कंट्रोल रूम से शुरू हुआ जीवन रक्षक ऑपरेशन
युवक की पोस्ट को किसी ने टैग नहीं किया था लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी कंट्रोल रूम की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ने इसे तुरंत पकड़ लिया. पोस्ट की गंभीरता को समझते हुए कंट्रोल रूम से तत्काल जिले की मीडिया सेल को अलर्ट भेजा गया, जिससे महराजगंज की सोशल मीडिया सेल द्वारा युवक की संभावित लोकेशन ट्रेस की गई. ट्रेस कर परतावल चौकी पुलिस को अलर्ट किया.
परतावल चौकी पुलिस तत्काल हरकत में आ गई. चौकी प्रभारी मनीष पटेल के नेतृत्व में एक टीम युवक के बताए स्थान की ओर रवाना हुई और मात्र 20 मिनट के अंदर महदेवा चौराहा स्थित उसके किराए के घर पर पहुँच गई।
परिजन भी थे बेखबर, पुलिस ने दरवाजा खटखटाकर जगाया
जब पुलिस आधी रात को युवक के घर पहुंची तब पूरा परिवार सो रहा था. दरवाजा खटखटाने पर परिजन बाहर आए और पुलिस को देखकर चकित रह गए. थानाध्यक्ष ने स्थिति समझाई और सभी को युवक के कमरे में ले गए. दरवाजा खोलते ही युवक बेसुध पड़ा मिला. पुलिस ने तत्काल उसे होश में लाने की कोशिश की. बहुत प्रयास के बाद युवक की आंख खुली और उसने खुद स्वीकार किया कि उसने खाने में जहर मिला लिया है.
20 मिनट की दौड़, जान बचाने की जिद
समय का महत्व समझते हुए पुलिस ने अपनी सरकारी गाड़ी से युवक को तत्काल परतावल सीएचसी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया. डॉक्टरों ने स्पष्ट कहा कि अगर पुलिस 10–15 मिनट भी देरी करती, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी. युवक की हालत अब स्थिर है और वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
सतर्कता और संवेदनशीलता की हो रही सराहना
शायमदेउरवा पुलिस के इस काम की सभी लोग सरहाना कर रहे हैं. लोगो का कहना है कि जिस तरीके से पुलिस की सतर्कता और संवेदनशीलता से एक युवक की जान बचाई वह सराहनीय पहल है. जिस तरह से पुलिस के प्रति लोगों में नकारात्मक छवि बनी रहती है कही न कही पुलिस के इस कार्य से लोगों में पुलिस की छवि हीरो की तरह बन गई है और पुलिस इंसानियत की मिसाल बन गई है.
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