अमित त्रिपाठी/महराजगंज: हिंदू धर्म में सावन मास का विशेष महत्व है. आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि समाप्त होने के साथ श्रावण मास आरंभ हो जाएगा. इसके साथ ही इस पूरे माह भगवान शिव की विशेष पूजा के साथ व्रत किया जाएगा. 11 जुलाई से कावड़ यात्रा की शुरुआत होने जा रही है. यूपी के महराजगंज जनपद के निचलौल तहसील क्षेत्र भारत नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित काफी प्राचीन पंचमुखी इटहिया शिव मंदिर है. यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए सावन मास में आस्था का केंद्र बना रहता है. इसे मिनी बाबा धाम के नाम से भी जाना जाता है. नेपाल से लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी धाम से जल भरते हैं और इटहिया शिव मंदिर पर जलाभिषेक करते हैं. इसे देखते हुए योगी प्रशासन द्वारा सुरक्षा के तमाम इंतेजाम किए हैं.
पंचमुखी इटहिया शिव मंदिर में लगता है सावन में मेला
सावन माह को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के सभी शिवालियों में व्यापक व्यवस्था की गई है जिससे कांवड़ियों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न होने पाए. भारत नेपाल सीमा से सटा पंचमुखी इटहिया शिव मंदिर में हर साल सावन माह में मेला लगता है साथ ही साथ इस मंदिर में भारत के साथ नेपाल से भी लाखों के संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने आते हैं.
पांडवों के द्वारा स्थापित किया मंदिर
मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया इटहिया प्राचीन शिव मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है और राजा रतन सिंह के जमाने से जुड़ा हुआ है और पांडवों के द्वारा स्थापित किया गया है. यहां पर भारत के अलग-अलग जगहों के साथ पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से भी लाखों की संख्या में कावड़िया और शिव भक्त पहुंचते हैं और भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करते हैं. इस मंदिर की बड़ी आस्था है यहां सच्चे मन से जो भी शिव भक्त मनोकामना रखते हैं उनकी हर मनोकामनाएं पूरी होती है.
कांवड़िए के मार्गों पर मांस मदिरा की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित
जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने बताया इटहिया शिव मंदिर पर सावन माह के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के सुरक्षा को लेकर सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है. मंदिर में करीब 200 की संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. पूरे मंदिर की निगरानी 28 सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी, मंदिर में श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो इसको लेकर कॉल सेंटर और खोया पाया केंद्र बनाया गया है. वहीं मेडिकल टीम की तैनाती की गई है. जिन मार्गो से कांवड़िए आएंगे उन मार्गों पर मांस मदिरा की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी.
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