Hardoi Latest News/आशीष द्विवेदी: उत्तर प्रदेश के हरदोई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा विभाग और प्रशासन को हिलाकर रख दिया है. लाखों रुपये की लागत से कुछ साल पहले प्राथमिक विद्यालय छीपीटोला में बिछवाई गई इंटरलॉकिंग अचानक गायब हो गई है. हैरानी की बात यह है कि जब खंड शिक्षा अधिकारी (एबीएसए) प्रियंका सिंह जांच के लिए विद्यालय पहुंचीं, तो वहां ताला जड़ा मिला और विद्यालय के इंचार्ज शिक्षक राजीव कुमार त्रिपाठी पहले ही फरार हो चुके थे.
कहां का है मामला?
दरअसल, ये मामला पिहानी कस्बे के प्राथमिक विद्यालय छीपीटोला की बताई जा रही है. जब 1 जुलाई को स्कूल खुलते ही बच्चे और शिक्षक विद्यालय पहुंचे, लेकिन स्थानीय लोगों ने देखा कि स्कूल परिसर से इंटरलॉकिंग पूरी तरह गायब है. यह इंटरलॉकिंग पिछली पंचवर्षीय योजना के दौरान जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका पिहानी द्वारा लाखों की लागत से लगवाई गई थी.
इस गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर पूर्व सभासद संजीव समाजसेवा ने नगर पालिका और खंड शिक्षा अधिकारी को इसकी लिखित शिकायत दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी प्रियंका सिंह तत्काल जांच के लिए विद्यालय पहुंचीं. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही प्रधानाचार्य राजीव कुमार त्रिपाठी स्कूल में ताला लगाकर निर्धारित समय से करीब दो घंटे पहले ही वहां से फरार हो गए.
मौके पर विद्यालय बंद मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताई और कहा कि इंटरलॉकिंग गायब होने के मामले में प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण लिया जाएगा. साथ ही यह जांच की जाएगी कि किसके आदेश पर इंटरलॉकिंग हटाई गई. जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात भी कही गई है.
यह मामला शिक्षा विभाग की कार्यशैली और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत पर गंभीर सवाल खड़े करता है. फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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