Hardoi News/आशीष द्विवेदी: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से एक बेहद सनसनीखेज और सिस्टम की संवेदनहीनता को उजागर करती घटना सामने आई है. जहां पर 32 वर्षीय युवक रंजीत यादव ने एक पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. लेकिन उससे पहले उसने अपने टीन के खोखे की दीवार पर बड़ा खुलासा करते हुए लिखा कि मेरी मौत का जिम्मेदार चौकी का सिपाही शेष कुमार है.
कहां का है मामला?
टड़ियावां थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गांव की बताई जा रही है. आपको बता दें कि मृतक रंजीत यादव गांव में एक छोटा सा खोखा चलाकर और भैंस पालकर अपने परिवार का गुजारा करता था. बीते साल अक्टूबर में उसकी भैंस चोरी हो गई थी. उसने हरिहरपुर पुलिस चौकी में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी. पर यहीं से उसकी जिंदगी में बर्बादी का सिलसिला शुरू हुआ.
भैंस चोरी की जांच के बहाने बना लिए अवैध संबंध
परिजनों और मृतक के लिखित आरोपों के अनुसार, भैंस चोरी की जांच करने पहुंचे सिपाही शेष कुमार का मृतक की पत्नी से आना-जाना बढ़ा और धीरे-धीरे दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए. जब रंजीत को इस बात की भनक लगी तो उसने पहले अपनी पत्नी को रोका, फिर पूरे मामले की शिकायत पुलिस चौकी और थाने में भी की. लेकिन नतीजा उल्टा हुआ न सिर्फ उसकी सुनवाई नहीं हुई, बल्कि उसे चौकी और थाने से दुत्कार कर भगा दिया गया.
26 जुलाई को रंगे हाथ पकड़ा
मृतक की जेब से बरामद शिकायत पत्र में उसने लिखा है कि 26 जुलाई को उसने अपनी पत्नी और सिपाही को रंगे हाथों पकड़ा था. लेकिन जब उसने इसकी जानकारी चौकी पर दी तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टा उसे ही अपमानित कर भगा दिया गया.
मृतक की पत्नी ने भी कबूला आरोप
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मृतक की पत्नी ने भी पुलिस को दिए बयान में स्वीकार किया है कि उसके पति की मौत के लिए सिपाही शेष कुमार ही जिम्मेदार है. ठीक वैसा ही जैसा रंजीत ने अपनी मौत से पहले अपने खोखे की दीवार पर लिखा था.
पुलिस पर उठे सवाल
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. हालांकि सिपाही शेष कुमार पर लगे गंभीर आरोपों के बावजूद पुलिस विभाग अब पूरे मामले को "जांच का विषय" बताकर गोलमोल जवाब दे रहा है. अवैध संबंधों और आत्महत्या जैसे गंभीर मसले पर पुलिस का यही रवैया एक बार फिर पूरे सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है.