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AIIMS ऋषिकेश के डॉक्‍टरों ने सलमान को दिया नया जीवनदान, पैर से निकाला 35 KG का ट्यूमर

Rishikesh News: एम्‍स ऋषिकेश के डॉक्‍टरों ने इतिहास रच दिया है. एम्‍स ऋषिकेश के डॉक्‍टरों ने एक रोगी के पैर से 35 किलो का ट्यूमर निकाल कर नया जीवनदान दिया है. 

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AIIMS  Rishikesh
AIIMS Rishikesh
Zee Media Bureau|Updated: Jun 24, 2025, 11:31 PM IST
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अमित कंडियाल/ऋषिकेश : संभल के 27 साल के एक युवक को एम्‍स ऋषिकेश के डॉक्‍टरों ने नया जीवनदान द‍िया है. युवक के जांघ में कद्दू के आकार का ट्यूमर हो गया था. इसके चलते युवक न तो बैठ पा रहा था न ही शौच कर पा रहा था. घातक बीमारी से युवक त्रस्‍त आ गया था. एम्‍स ऋषिकेश के डॉक्‍टरों ने ट्यूमर को निकाल कर नया जीवनदान दिया है. एम्‍स ऋषिकेश के डॉक्‍टरों का दावा है क‍ि यह अपनी तरह का पहली सर्जरी है. 

6 महीने से बिस्‍तर पर पड़े थे सलमान 
उत्‍तर प्रदेश के संभल के रहने वाले सलमान के बाए पैर में ट्यूमर हो गया था. पिछले 6 साल से सलमान बिस्‍तर पर हैं. सलमान को बैठने-उठने के अलावा शौच करने में भी दिक्‍कत हो रही थी. कई डॉक्‍टरों को दिखाने के बाद सलमान को कुछ राहत नहीं मिली. इसके बाद सलमान ने एम्‍स ऋषिकेश में डॉक्‍टरों को दिखाया. एम्‍स के डॉक्‍टरों ने जांच में पाया कि सलमान की जांघ में करीब 35 किलो का ट्यूमर है. एम्स ऋषिकेश के डॉक्‍टर भी हैरान थे. यह कोई सामान्य ट्यूमर नहीं था. यह इस कदर खतरनाक हो चुका था कि लगातार इसका साइज बढ़ रहा था. 

करीब 35 किलो का ट्यूमर निकाला 
एम्‍स के डॉक्‍टरों के अनुसार, पैर में इतने बड़े ट्यूमर की सर्जरी का देश में अपनी तरह का यह पहला मामला है. ऐसे में एम्स के ऑर्थो विभाग के सर्जन डॉक्‍टर मोहित धींगरा ने जोखिम उठाते हुए सलमान की सर्जरी कर बीमारी का इलाज करने का निर्णय लिया. इसके लिए प्लान के तहत उन्होंने सीटीवीएस और बर्न व प्लास्टिक सर्जरी विभागों के सर्जन की मदद ली. इसके बाद 9 जून को सलमान के बाएं पैर से न केवल 34 किलो 700 ग्राम वजन के विशालकाय ट्यूमर को निकालने में सफलता पाई,  पिछले 6 साल से इस बीमारी की वजह से लाचार हो चुके सलमान को को नया जीवन भी प्रदान किया. 

सफल सर्जरी में इन डॉक्‍टरों का हाथ 
डॉ. मोहित धींगरा ने बताया कि सलमान अब स्वस्थ है और उसे शीघ्र ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि को हासिल करने में सीटीवीएस विभाग के सर्जन डॉ. अंशुमान दरबारी और प्लास्टिक सर्जरी विभाग की डॉ. मधुबरी वाथुल्या का विशेष योगदान रहा. संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह व चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 सत्या श्री ने सर्जरी करने वाली डॉक्‍टरों की टीम की प्रशंसा की है. 

 

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