Haridwar Hindi News/करन खुराना: उत्तराखंड सरकार प्रदेश में अवैध रूप से बने धार्मिक स्थलों पर लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में हरिद्वार जिला प्रशासन ने गुरुवार को सुमन नगर इलाके में स्थित रोशन अली शाह बाबा की मजार को ध्वस्त कर दिया. यह मजार सिंचाई विभाग की जमीन पर बनी हुई थी और प्रशासन ने इसे अवैध निर्माण मानते हुए हटाने का निर्णय लिया.
मजार पर कोई अवशेष या बुनियाद नहीं मिली
प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान मजार के नीचे कोई ठोस बुनियाद या पुराना अवशेष नहीं मिला. बताया जा रहा है कि इस स्थान पर पहले से ही कोई संरचनात्मक आधार नहीं था, जिससे इसके ऐतिहासिक होने पर भी सवाल उठने लगे हैं.
केयरटेकर का दावा
मजार की देखरेख करने वाले आफताब ने बताया कि उनके पूर्वज इस स्थान पर "चिराग पट्टी" (दीया जलाने की परंपरा) किया करते थे. पहले अख्तर हुसैन आजाद, फिर उनके बेटे इनाम वकील हुसैन और बाद में आफताब इस परंपरा को निभाते रहे. हालांकि, जब मजार को गिराया गया तो किसी ने भी इसके मालिकाना हक का दावा नहीं किया, न ही कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत किया गया.
उत्तराखंड में बड़े स्तर पर हो रही है कार्रवाई
उत्तराखंड सरकार अवैध मस्जिदों, मदरसों और मजारों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक राज्यभर में 550 से अधिक अवैध मजारों को ध्वस्त किया जा चुका है. सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई सिर्फ अवैध निर्माणों के खिलाफ है और इसका किसी धर्म विशेष से कोई संबंध नहीं है.
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