worker jobs in israel: उत्तर प्रदेश के पांच हजार से ज्यादा मजदूर जान की परवाह न किए बिना हजारों किलोमीटर दूर इजराइल जाने को तैयार हैं. लखनऊ आईटीआई में हजारों की तादाद में मजदूर इसी ख्वाब को लेकर पहुंचे हैं, इनमें से कई साइंस-कॉमर्स ग्रेजुएट भी हैं तो कई ऐसे भी है, जो कभी यूपी के बाहर दिल्ली तक नहीं आए. लेकिन परिवार की किस्मत बदलने के लिए वो युद्धग्रस्त इजराइल जाने को तैयार हैं, जहां उन्हें 1 लाख 37 हजार रुपये तक की सैलरी मिलने वाली है.
लखनऊ में श्रमिकों का का एक सप्ताह का परीक्षण भर्ती अभियान चल रहा है. लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र की आईटीआई में सुबह से एक हजार पुरुष आईटीआई गेट के बाहर लंबी कतारों में खड़े होकर कौशल परीक्षण के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे.
मुरादाबाद के राजमिस्त्री रूप कुमार ने दस्तावेजों की फाइल पकड़े हुए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. रूप कुमार ने बताया, मैं राजमिस्त्री का काम करता हूं. नौकरी के बारे में सुना और आवेदन कर दिया. कुमार ने बताया कि वो आज तक दिल्ली भी नहीं गए हैं, इजराइल के बारे में तो जानते ही नहीं. वो सिर्फ ये जानते है कि वहां काम करने के लिए अच्छा वेतन मिलेगा. सरकार ख्याल भी रखेगी. बरेली के दिलीप विज्ञान स्नातक है. बार बेंडर (लोहे की सरिया मोड़ने वाला) की नौकरी के लिए उनका चयन हुआ है. पिछले तीन सालों से वो सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. वो एक गरीब परिवार से आते हैं और आगे की पढ़ाई नहीं कर सके. सरकारी नौकरी की मिलने की संभावना न देखते हुए यहां नौकरी के लिए आवेदन किया. गोरखपुर निवासी 39 साल के सुरेंद्र साहू ने कहा, पिछले 15 वर्ष से टाइल लगाने का काम करता हूं. लेकिन 15 से 20 हजार रुपये ही कमा पाता हूं. तीन छोटे बच्चे भी हैं और देखभाल के लिए बुजुर्ग माता-पिता भी हैं. इज़राइल में काम करने से मुझे इतना वेतन मिल जाएगा कि मेरे परिवार का भला हो जाएगा.
रोजगार अभियान की शुरुआत 23 जनवरी को यूपी के रोजगार मंत्री अनिल राजभर और व्यावसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने की थी. केंद्र के निदेशक कुणाल सिल्कू ने कहा , इजराइल में श्रमिकों को रोजगार देने की प्रक्रिया केंद्रीय कौशल विकास, उद्यमिता मंत्रालय और जनसंख्या, आव्रजन और सीमा प्राधिकरण (PIBA) इजराइल के तहत एजेंसी NSDC इंटरनेशनल संचालित कर रही है. इजराइली टीम में बार बेंडर, राजमिस्री, टाइल लगाने वाले और शटरिंग जैसी नौकरियों के लिए लगभग 5000 उम्मीदवारों का परीक्षण करेगी . चयनित लोगों को प्रति माह 1.37 लाख रुपये तक का वेतन मिल सकता है. हेल्थ इंश्योरेंस, भोजन और रहने को घर मिलेगा.