आलोक त्रिपाठी/कानपुर देहात: कानपुर देहात के जसापुर गांव स्थित एक शिव मंदिर में शुक्रवार को शिव-पार्वती की मूर्तियां खंडित मिलने से हड़कंप मच गया. मंदिर परिसर में नंदी की मूर्ति भी अपने स्थान से हटी पाई गईं. घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर परिसर में एकत्र हो गए और हंगामा करने लगे. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया है.
कानपुर देहात में माहौल बिगाड़ने की कोशिश
यह पूरा मामला मंगलपुर थाना क्षेत्र के जसापुर गांव का है. जानकारी के अनुसार, यह मंदिर गांव के ही रामशवरूप द्वारा कई वर्षों पहले बनवाया गया था. ग्रामीणों ने बताया कि रामशवरूप द्वारा बाद में धर्म परिवर्तन कर लिया गया था, जिसके बाद मंदिर में पूजा-अर्चना बंद हो गई थी. हालांकि, मंदिर कितने वर्ष पुराना है, इस बारे में ग्रामीणों के बीच अलग-अलग मत हैं. किसी ने इसे पांच साल तो किसी ने दस साल पुराना बताया.
थाना प्रभारी बोले-दो साल पहले खंडित की गई थीं मूर्तियां
थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह ने बताया कि मूर्तियां करीब 2 वर्ष पूर्व खंडित की गई थीं, जिसकी पुष्टि प्राथमिक जांच के दौरान हुई. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है, जो सत्यता होगी उसी आधार पर कार्यवाही होगी. मामले में सिकंदरा एसडीएम शालिनी उत्तम ने बताया कि संज्ञान में आया है जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.
बजरंग दल ने नई मूर्तियां स्थापित करने की मांग की
वहीं, बजरंग दल और गौरक्षा दल से जुड़े शिवम् बाजपेई का आरोप है कि मूर्तियों को जानबूझकर ग्राइंडर से खंडित किया गया है. उन्होंने मांग की कि दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए और नई मूर्तियां स्थापित कराई जाएं. ग्रामीणों व संगठन का विरोध प्रदर्शन फिलहाल कार्यवाही के आश्वासन के बाद खत्म हो गया. प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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