UP Electricity: अब कानपुर में बिजली चोरों पर शिकंजा कसने वाला है. शहर के टॉप-10 इलाकों को चिह्नित किया गया है. इन इलाकों में विजिलेंस और केस्को की टीमें घर-घर चेकिंग करेंगी. यह अभियान एक महीने तक चलने वाला है. जिसके तहत बिजली चोरी के दोषियों पर कार्रवाई होगी. विजिलेंस टीम उनकी निगरानी 24 घंटे करेगी.
बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान
बिजली चोरी रोकने के लिए जो चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, उन टॉप-10 इलाकों में सबसे ऊपर चमनगंज का नाम है. यहां 20 से 25 फीसदी लाइनलास की रिपोर्ट लगातार सामने आ रही है. जिन इलाकों में लाइनलास की शिकायतें हैं, उनमें ऐसे लोगों को भी चिह्नित किया जाएगा, जो बिजली चोरी के मामले में एक से ज्यादा बार पकड़े गए हैं. ऐसे लोगों की अलग से लिस्ट तैयार की गई है.
मरम्मत के नाम पर धुआंधार कटौती
रिपोर्ट्स की मानें तो बिजली चोरी रोकने के लिए संबंधित इलाकों के थानों में बैठकें करके स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी मदद लिया जाएगा. शहर में जिन इलाकों में बीते कई महीने से लगातार लाइनलास की रिपोर्ट आ रही हैं. इतना ही नहीं, बिजली चोरी रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा. मौसम बदलते ही बिजली की कटौती से उपभोक्ता परेशान होने लगे हैं. शहर में रोज अलग-अलग 10 से 15 सबस्टेशनों में 3 से 4 घंटे तक कटौती हो रही है.
नहीं हो रही शिकायतों की सुनवाई
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिजली दफ्तरों में शिकायतों की सुनवाई करने की जगह कर्मचारी हेल्पलाइन नंबर बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं. जिम्मेदार लगातार पेड़ों की छंटाई, सबस्टेशनों की मरम्मत और आरडीएसएस योजना के तहत हो रहे कार्यों का हवाला देकर कटौती को शटडाउन बताने में जुटे हैं. होली पर अचानक 7 सबस्टेशनों में फॉल्ट के चलते 4 से 5 घंटे तक बिजली गुल रही. इस दौरान रोजेदारों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. केस्को के रिकॉर्ड में 23 घंटे से ज्यादा की बिजली आपूर्ति का दावा किया जाता है, लेकिन शटडाउन के नाम पर हो रही कटौती से लोग परेशान हैं.
यह भी पढ़ें: UPPCL: यूपी में घर बैठे घटवा-बढ़वा सकेंगे लोड, उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के नहीं लगाने होंगे चक्कर