पुष्कर चौधरी/चमोली : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हो रही है. इसको लेकर बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर समिति इस बार विशेष तैयारियों में जुटा हुआ है. श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. इस बार मंदिर समिति द्वारा नो भाषाओं में एक लिटरेचर छपाया गया है. जिसमें यात्रियों को बद्रीनाथ, केदार मंदिर के अलावा 47 और मंदिरों के बारे में विशेष जानकारी दी गई है. साथ ही इनके दर्शन करने से क्या फल मिलता है इसकी भी जानकारी इस लिटरेचर में दी गई है.
47 और मंदिरों के बारे में जानकारी मिलेगी
बद्रीनाथ/केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल का कहना है कि मुख्यमंत्री और उच्च अधिकारी सचिव पर्यटन कमिश्नर और मंदिर समिति भी लगतार प्रयास कर रही है कि श्रद्धालुओं को अच्छे से दर्शन हो सके, इसके लिए हमने अपने लिटरेचर में अभी हमारे द्वारा बद्री केदार के अलावा जो पंच बद्री पंच केदार है और जो हमारे 47 टेंपल है उसके विषय में अलग अलग भाषा में लगभग 9 क्षेत्रीय भाषा में छपाई है. इसमें हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलगु, कन्नड़, मराठी, गुजराती, असमिया और बंगाल भाषा में जानकारी दी है.
फ्री में जूट से तैयार बैग मिलेगा
उनका कहना है कि उत्तराखंड के अन्य मंदिरों के बारे में लोगों को जानकारी नहीं हो पाती. अब इन लिटरेचर के माध्यम से सारी जानकारी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यात्रा को प्रमोट करने के लिए जूट के बैग बनाए हैं जो भी श्रद्धालु महाअभिषेक या रुद्राअभिषेक कराएगा या केदारनाथ में पूजा कराएगा उनको फ्री में यह बैग दिया जाएगा. अब तक प्लास्टिक के बैग में प्रसाद दिया जाता था.
विदेश में भी भेजे जा सकेंगे प्रसाद
इसके अलावा एक नई पहल मुख्यमंत्री की ओर से की गई है. इस बार प्रसाद को डाक की मदद से भी भेजा जा सकेगा. 72 घंटे के अंदर डाक विभाग की मदद से प्रसाद को स्पीड पोस्ट किया जा सकेगा. देश ही नहीं विदेश में भी प्रसाद भेजने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए श्रद्धालुओं से बहुत कम चार्ज किया जाएगा. 30 अप्रैल सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खोले जाएंगे. केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को सुबह 7 बजे खोल दिए जाएंगे और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे.
28 अप्रैल से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी
बता दें कि चार धाम यात्रा के लिए अब तक 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. इसमें 16 हजार से ज्यादा विदेश श्रद्धालु शामिल हैं. 28 अप्रैल से चार धाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएगा. हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर और हरबर्टपुर में 65 ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाए हैं. इसके अलावा यात्रा रूट पर भी अलग-अलग जगह रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाने की तैयारी है.
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