Kedarnath Dham: उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर का टिकट बुक कर चुके श्रद्धालुओं के लिए जरूरी खबर है. डीजीसीए ने केदारनाथ धाम के लिए तय हेली सेवाओं का नया रोस्टर लागू कर दिया है. नये नियम के बाद अब हेलीकॉप्टर कंपनियों की मनमानी नहीं चल सकेगी. अब एक घंटे में दो ही चक्कर लगा सकेंगे. अभी तक दिनभर में कई चक्कर लगा रहे थे. साथ ही एक हेली में 3 से 4 लोग ही सफर कर सकेंगे. अभी तक 5 से 6 लोग सफर करते हैं.
डीजीसीए ने लागू किए नये नियम
बता दें कि बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुल गए थे. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद अब तक दो हेलीकॉप्टर क्रैश होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. केदारघाटी के बड़ासू में 7 जून को क्रिस्टल कंपनी के हेलीकॉप्टर ने जैसे ही बड़ासू हेलीपैड से उड़ान भरी अचानक हेली में तकनीकी खराबी के बाद क्रैश हो गया था. हालांकि, हादसे में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था.
डीजीसीए हेली कंपनियों पर रखेगी नजर
इन हादसों के बाद सोमवार को डीजीसीए ने नये नियम लागू कर दिए. हेली कंपनियों पर डीजीसीए की निगरानी रहेगी. नियमों का पालन न करने वाली हेली कंपनी पर गाज गिरेगी. डीजीसीए के मुताबिक, हेली कंपनियों की ओर से लगातार शिकायत आने के कारण हेली का क्रेश होना और आपतकालीन लैंडिंग करना इसका मुख्य कारण है. सरकार और डीजीसीए ने साथ ही यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है.
9 हेली कंपनियां दे रही सेवाएं
बता दें कि केदारनाथ के लिए गुप्तकाशी फाटा और शेरसी से जामू त्रियुगी नारायण चारधाम जैसे क्षेत्र से 9 हेली कंपनी उडान भरी जाती हैं. एक घंटे में 25 से 30 शटल उडान भरती थी. एक कंपनी तीन से चार चक्कर मारती थी. अब एक घंटे में दो चक्कर ही मार पाएंगी. पहले एक हेली 5 से 6 लोगों को वजन के हिसाब से केदारनाथ जाते थे. अब ज्यादा से ज्यादा 3 से 4 लोगों के ही लेकर जाया जा सकेगा.
यह भी पढ़ें : नीम करोली बाबा के कैंची धाम मेले में उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, हल्द्वानी से काठगोदाम तक बना ट्रैफिक रूट प्लान
यह भी पढ़ें : लक्ष्मी बनी मसीहा! हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग देखकर भी नहीं की अपनी जान की परवाह, केदारनाथ यात्रियों की बचाई जान