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महाकुंभ से सफल मैनेजमेंट गुरु बने सीएम योगी, मुश्किल घड़ी में खुद संभाली कमान, हर तीसरे दिन प्रयागराज दौरा, सख्त फैसले लेने में नहीं हिचके

CM Yogi in Mahakumbh 2025: महाकुंभ का आज से समापन हो रहा है. 40 से 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर 65 करोड़ से ज्‍यादा श्रद्धालुओं ने संगम में आस्‍था की डुबकी लगाकर महारिकॉर्ड बनाया. महाकुंभ के सफल मैनेजमेंट के पीछे कौन?............

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CM Yogi Adityanath
CM Yogi Adityanath
Amitesh Pandey |Updated: Feb 26, 2025, 04:41 PM IST
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CM Yogi in Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 का समापन हो रहा है. 45 दिनों तक चले महाकुंभ में 65 करोड़ से ज्‍यादा श्रद्धालुओं ने आस्‍था की डुबकी लगाई. इतने बड़े महा आयोजन के लिए सीएम योगी ने दो साल पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी. महाकुंभ में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अफसरों की फौज उतार दी. हर तीसरे दिन प्रयागराज का दौरा कर अफसरों को सख्‍त निर्देश देने में हिचक नहीं दिखाई. महाकुंभ महाआयोजन के मैनेजमेंट की भागडोर खुद अपने हाथों में रखी. सीएम योगी महाकुंभ में मैनेजमंट गुरु बनकर उभरे....  

45 दिनों में ताबड़तोड़ 12 दौरे 
प्रयागराज में संगम किनारे महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से हुई थी. 14 जनवरी को मकर संक्रांति स्‍नान के बाद 19 जनवरी को सीएम योगी महाकुंभ शुरू होने के बाद पहली बार संगम पहुंचे. इस दौरान पूज्य शंकराचार्य और संत महात्माओं से मुलाकात कर तैयारियों के बारे में जानकारी ली. साथ ही प्रदर्शनी, पुलिस गैलरी, संविधान गैलरी और पर्यटन गैलरी का भी शुभारंभ किया. 

संगम किनारे कैबिनेट बैठक की 
इसके बाद सीएम योगी 22 जनवारी को प्रदेश के सभी मंत्रियों के साथ संगम में डुबकी लगाई और मेला प्राधिकरण कार्यालय में कैबिनेट की बैठक की. कैबिनेट बैठक में कई प्रस्‍तावों पर मुहर लगाई. इसके बाद सीएम योगी 25 जनवरी को फ‍िर संगम पहुंचे. मौनी अमावस्‍या स्‍नान से पहले 27 जनवरी को महाकुंभ पहुंचे. 45 से 50 दिनों के महाकुंभ में सीएम योगी ने एक के बाद एक ताबड़तोड़ 12 दौरे किए.  

महाकुंभ में शाही स्‍नान की कमान संभाली 
सीएम योगी ने महाकुंभ के सभी प्रमुख स्‍नान से पहले मॉनीटरिंग की. 14 जनवरी को पहले शाही अमृत स्‍नान की मॉनीटरिंग कंट्रोल रूम से की. जहां भी लापरवाही दिखी, अफसरों को फटकार लगाने में हिचके नहीं. मौनी अमावस्‍या में अनुमान से ज्‍यादा भीड़ एक जगह एकत्रित होने पर भगदड़ हुई तो घटना की जानकारी देते हुए भावुक हो गए. भगदड़ की जांच के लिए न्‍यायिक आयोग का भी गठन किया. इतना ही नहीं यूपी विधानसभा के बजट सत्र में अपने संबोध‍न में कहा कि महाकुंभ भगदड़ के आरोपितों को बख्‍शा नहीं जाएगा. 

मौनी अमावस्‍या भगदड़ के बाद 100 से ज्‍यादा तेजतर्रार अफसर उतारे 
मौनी अमावस्‍या भगदड़ के बाद घटना की जानकारी के लिए खुद प्रयागराज पहुंचे. मौनी अमावस्या पर भगदड़ को लेकर अफसरों की जमकर क्‍लास लगाई. दोबारा इस तरह की घटना को रोकने के लिए तेजतर्रार 100 से ज्यादा अफसरों की फौज उतार दी. आईजी लेवल के अफसरों को ट्रैफ‍िक कंट्रोल की भी जिम्‍मेदारी दी. प्रमुख स्‍नान घाटों पर निगरानी रखी.  

देश-विदेश में रोड शो कर महाकुंभ के लिए आमंत्रण दिया
महाकुंभ 2025 की तैयारी दो साल पहले ही शुरू कर दी थी. 2022 का विधानसभा चुनाव जीतते ही महाकुंभ 2025 की तैयारियां पर जुट गए. दुनियाभर में निमंत्रण भेजा. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने महाकुंभ के महत्‍व को देश-विदेश में प्रचारित करने के लिए रोड शो भी किए. दिल्‍ली, मुंबई, पटना, गोवा, बेंगलुरु, कोलकाता, गुवाहाटी, देहारादून, भोपाल, इंदौर, भुवनेश्‍वर, चंडीगढ़, हैदराबाद, तिरुवनंतपुरम, चेन्‍नई जैसे शहरों में मंत्रियों को भेजा. 

पर्याप्‍त ट्रेनों के लिए केंद्र से समन्‍वय बनाये रखा 
सभी प्रमुख स्‍नानों पर महाकुंभ पहुंची भीड़ का सूझबूझ से कंट्रोल किया. केंद्र सरकार से समन्‍वय बनाकर प्रमुख स्‍टेशनों से महाकुंभ स्‍पेशल ट्रेनें चलवाईं. पूरे महाकुंभ में तीन हजार से ज्‍यादा ट्रेनें चलाकर श्रद्धालुओं को उनके गंतव्‍य तक पहुंचाने का काम किया. प्रयागराज के आठ स्टेशनों से ट्रेनों का संचालन कर भीड़ को एक जगह एकत्रित नहीं होने दिया. भीड़ बढ़ी तो मेला क्षेत्र के सबसे नजदीक वाले संगम स्‍टेशन को अस्‍थाई रूप से बंद करने के फैसले से नहीं चूके. 

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