प्रमोद कुमार/कुशीनगर: यूपी के कुशीनगर जिले से एक पाकिस्तानी नागरिक की गिरफ्तारी ने ऐसा हड़कंप मचाया कि भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल खड़े हो गए. पिछले 10 सालों से चोरी छुपे रह रहे पाकिस्तान से एलटीवी वीजा पाकिस्तानी नागरिक भारत से वापस पाकिस्तान गया ही नहीं बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए भारत की नागरिकता फर्जी तरीके से हासिल कर चोरी छुपे रहने लगा.
फर्जी तरीके से बनवाए सरकारी डॉक्यूमेंट
हैरानी की बात यह हैं गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिक सेराजुल हक भारत की नागरिकता बड़ी आसानी से पा चुका था. बल्कि कई ऐसे फर्जी तरीके से सरकारी कागजात भी बनवा चुका था, जिनमें वोटर कार्ड आधार कार्ड,राशन कार्ड,पैन कार्ड और आयुष्मान कार्ड भी बनवा चुका था. यह सब फर्जी तरीके से बनवाये गए थे जो कुशीनगर के ही रहने वाले दो लोगो की मदद से बनवाये थे.
मदद करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने पाकिस्तानी नागरिक की मदद करने वाले दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पाकिस्तानी नागरिक सेराजुल हक का फर्जी तरीके से पैन कार्ड बनाने वाले चाँद अख्तर को गिरफ्तार किया है, जो पेशे से सीएचसी संचालक है जबकि दूसरे मददगार सहज जन सके केंद्र चलाने वाले संचालक शब्बीर आजम को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं जो फर्जी तरीके से आधार कार्ड पाकिस्तानी नागरिक सेराजुल हक का बनाया था.
आयुष्मान योजना और राशन कार्ड का ले रहा था लाभ
अब पाकिस्तानी नागरिक सेराजुल हक का फर्जी तरीके से वोटर कार्ड और राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड कैसे बना इसकी जांच कर रही है. गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिक राशन कार्ड से सरकारी राशन का लाभ भी ले रहा था. हैरत की बात है कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान कार्ड का भी पाकिस्तानी नागरिक दो बार लाभ ले चुका है.
मामले की जांच-पड़ताल में जुटी पुलिस
फिलहाल पुलिस हर पहलुओं की जांच कर रही है और इस मामलें में कुशीनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर और अहम सुराग जुटाने में जुट गई है. पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया कि जांच के दौरान अगर पुलिस के हाथ कुछ साक्ष्य लगते है तो पुलिस अन्य लोगों के विरुद्ध भी वैधानिक कार्रवाई करेगी.
इन पहलुओं की भी हो रही पड़ताल
बता दें कुशीनगर में एलटीवी वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिक सेराजुल हक को एलटीवी वीजा किस आधार पर लिया और क्यों इन वजहों की तलाश कर रही हैं.. कुशीनगर वैसे तो अंतर्राष्ट्रीय स्थल हैं जहां देश विदेश से हजारों की संख्या में सैलानी आते हैं. क्या गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिक का मकसद क्या था और क्या वह पाकिस्तान को भारत से जुड़ी जानकारी दे रहा था इसकी भी जांच की जा रही हैं.