Siddharthnagar News/सलमान आमिर: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है. एक पति ने अपने दिल पर पत्थर रखकर पत्नी को उसके प्रेमी के साथ भेज दिया और खुद चार मासूम बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया. आपको ये जानकर और भी हैरानी होगी कि दोनों की शादी हुए 20 साल हो चुके हैं.
कहां का है मामला?
मामला जिले के भवानीगंज थाना क्षेत्र के परसा मुर्तजा गांव का है, जहां यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. जानकारी के अनुसार, परसा मुर्तजा गांव निवासी रामचरण की शादी करीब 20 साल पहले जानकी देवी से हुई थी. दोनों के चार बच्चे हैं. शुरुआत में सब कुछ सामान्य था, लेकिन परिवार का खर्च बढ़ने पर रामचरण रोज़गार के लिए मुंबई चला गया और वहां टाइल्स लगाने का काम करने लगा.
दोनों ने भागकर कोर्ट मैरिज कर लिया
इधर, रामचरण की गैरमौजूदगी में जानकी देवी (40) की नज़दीकी गांव के 25 वर्षीय युवक परशुराम से बढ़ती गई और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए. मामला इस हद तक बढ़ गया कि दोनों ने भागकर कोर्ट मैरिज कर ली और साथ रहने लगे. लेकिन कुछ महीनों बाद जानकी देवी अपने पहले पति के घर लौट आई और माफ़ी मांगकर साथ रहने की गुहार लगाई. पति रामचरण ने बच्चों और परिवार की खातिर उसे फिर से स्वीकार कर लिया.
थाने में लिया गया ये फैसला
कुछ समय साथ रहने के बाद जानकी देवी एक बार फिर प्रेमी परशुराम के साथ चली गई. इस बार रामचरण ने थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई. थाने में दोनों पक्षों की मौजूदगी में समझौता हुआ, जिसमें तय हुआ कि चारों बच्चे पिता रामचरण के साथ रहेंगे, जबकि जानकी देवी अपने प्रेमी परशुराम के साथ रहेगी.
पति ने मीडिया को बातई चौकानें वाली सच्चाई
इस मामले में जब रामचरण से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने कोई एतराज़ नहीं किया क्योंकि मुझे डर था कि कहीं कोई हादसा न हो जाए. अब वो फिर वापस आएगी तो भी मैं उसे साथ नहीं रखूंगा. मेरे चारों बच्चे मेरे साथ हैं, और अब मैं सिर्फ़ उनकी परवरिश पर ध्यान दूंगा."
वहीं, जानकी देवी ने कहा कि करीब चार साल पहले हमारी बातचीत शुरू हुई थी और अब मैंने तय कर लिया है कि मैं परशुराम के साथ ही रहूंगी. बच्चों की अब याद नहीं आती. पहले आई थी, इसलिए वापस गई थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. कोर्ट मैरिज हो चुकी है और थाने में भी समझौता हो गया है.