बहराइच: बहराइच पुलिस अधीक्षक ने जिले में गठित पूरी स्वाट टीम को लाइन हाजिर कर दिया है. जिसमें 12 पुलिसकर्मियों शामिल हैं. इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. इसके अलावा चौकी इंचार्ज और प्रभारी थानाध्यक्ष को भी लाइन हाजिर किया गया है. पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह ने भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज होने और जांच प्रक्रिया में तेजी न लाने पर पूरी स्वाट टीम को लाइन हाजिर कर दिया है.
इन पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
SP के आदेश के मुताबित स्वाट टीम प्रभारी उप निरीक्षक दिवाकर तिवारी, उप निरीक्षक दीपक सिंह, हेड कांस्टेबल गट्टू पांडेय, अनंत यादव, विनय कुमार, सिपाही शैलेन्द्र सोलंकी, नेयाज अहमद, निरुपम दुबे, सुरेंद्र कुमार शर्मा, विकास सिंह, धीरेन्द्र सिंह तोमर और अनुराग शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया गया है. इसके अलावा प्रभारी थानाध्यक्ष जरवल रोड वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिरुद्ध यादव, चौकी इंचार्ज अमित प्रकाश और गंडारा चौकी इंचार्ज धर्म प्रकाश सिंह को लाइन हाजिर किया गया है.
17 लाख से अधिक के नकली सोने की खरीद बनी वजह
एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. कोतवाली नगर के मोहल्ला मीरा खेलपुरा निवासी संचित वर्मा पुत्र स्वर्गीय राम मोहन वर्मा की ज्वेलर्स की दुकान घंटाघर में है. 13 नवंबर 2024 को उनकी दुकान पर विष्णु नाम के व्यक्ति ने 17.50 लाख का नकली सोना बेच दिया था. पहचान और केस दर्ज करवाने के बाद भी कोई कार्रवाई करने के बजाय कोर्ट परिसर में एसओजी टीम पर बवाल करने का आरोप है.
आरोप के चलते एसपी का बड़ा एक्शन
इसके अलावा दरगाह क्षेत्र में स्मैक के साथ पकड़े गए व्यक्ति को छोड़कर दूसरे को जेल भेजने समेत कई भ्रष्टाचार के आरोप एसओजी टीम पर लगे हैं. जिस पर पुलिस अधीक्षक ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पूरी टीम को लाइन हाजिर कर दिया है.
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