दिलीप मिश्रा/लखीमपुर खीरी: द्वारचार, बारातियों का स्वागत, जयमाल और फिर सात फेरे.. शादी समारोह में सबकुछ ठीक चल रहा था कि दुल्हन ने विदाई से पहले ऐसा फरमान सुनाया कि हर किसी के होश उड़ गए. दुल्हन ने दूल्हे के साथ,सात फेरे लेने के बाद साथ जाने से मना कर दिया. यह सुनकर दूल्हे के होश फाख्ता हो गए. वहीं बारात में आये बारातियो में चर्चा का बाजार गर्म हो गया.
क्या है पूरा मामला?
मामला लखीमपुर खीरी जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र का है. जहां चंडीगढ़ से दूल्हा बारात लेकर आया था. मंडप सजा, मंत्र गूंजे और वर-वधु ने सात फेरे लेकर एक-दूसरे को जीवनसाथी मान लिया लेकिन इसके बाद कुछ ऐसा होता है कि शादी समारोह का माहौल बदल जाता है. दुल्हन विदाई से ठीक पहले दूल्हे के साथ जाने से मना कर देती है.
दुल्हन का क्या आरोप?
नई नवेली दुल्हन की माने तो जिसके साथ हमने साथ फेरे लेकर जीवन साथी चुना वह अपने साथ आये बारातियो के साथ शराब के नशे में धुत था. दूल्हा और उसका परिवार दुल्हन की मान मनौव्वल करते रह गए लेकिन वह टस से मस नहीं हुई. फिर क्या था दोनों शादी के मंडप से उठकर कानून की चौखट पर जा पहुचे,सदर कोतवाली पहुँचकर दोनों के परिवार में हंगामा खड़ा हो गया.
बिन दुल्हन लौटी बारात
वहीं चंडीगढ़ से बारात लेकर आये दूल्हे ने दुल्हन से माफी भी मांगी और पैर तक छूने की बात कही और सात फेरों की कसम देकर घर चलने को कहा लेकिन दुल्हन ने उसकी एक ना मानी. आखिरकार शादी में दिया गया सारा सामान कोतवाली में मंगवाकर दूल्हे को वापस कर दुल्हन अपने परिवार के साथ अपने घर वापस चली गई.
नहीं! अब मैं इससे शादी नहीं करूंगी.... द्वारचार पर खुली दूल्हे की पोल, खाली हाथ लौटी बारात