Pratapgarh seat: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के पहले पूर्वांचल की राजनीती में हलचल होना शुरू हो गई है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज प्रतापगढ़ के हीरागंज में चुनावी जनसभा करेंगे. प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर राजा भैया किसी पार्टी समर्थन करेंगे या फिर अपना कैंडिडेट उतारेंगे. इस पर चर्चा तेज हो गई है. कुंडा के बाहुबली नेता राजा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का कौशाम्बी और प्रतापगढ़ सीट पर खासा प्रभाव माना जाता है.
प्रतापगढ़ सीट पर राजा भैया आज बड़ा ऐलान कर सकते है. राजा भैया ने चुनाव के लेकर एक आज राजा भैया ने अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की अहम बैठक बुलाई है. इस मीटिंग ने भाजपा की बेचैनी बढ़ा दी है. यह बैठक कुंडा में बेंती भवन में बुलाई गई है. बीते सप्ताह राजा भैया की गृहमंत्री अमित शाह से बेंगलुरु में मुलाकात भी हुई थी.
अब आपको बात दें कि राजा भैया के दायरे में आने वाली कौसांबी सीट से नामांकन की आखिरी तारीख 3 मई थी. नामांकन के दिन इस सीट से राजा भैया की ओर से किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन नही किया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि राजा भैया किसी पार्टी को समर्थन दे सकते है. हालांकि अभी राजा भैया कि ओर से किसी तरह का कोई फैसला नहीं आया है. हो सकता है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद राजा भैया इन सीटों को लेकर किसी को समर्थन करने की घोषणा करें.
2018 में बनी जनसत्ता दल
राजा भैया ने अपनी पार्टी जनसत्ता दल का गठन साल 2018 में किया था, जिसके बाद पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. राजा भैया ने पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी को प्रतापगढ़ से और कौशाम्बी सीट से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को उतारा था. हालांकि अक्षय प्रताप चौथे और शैलेंद्र कुमार तीसरे नंबर पर रहे थे. इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें कुंडा और बाबागंज सीटों पर जीत मिली. राजा भैया कुंडा से 7वीं और विनोद सरोज बाबागंज सीट से चौथी बार विधायक बने.