Sultanpur Lok sabha Seat: यूपी की हाईप्रोफाइल सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर छठवें चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे. यहां से बीजेपी की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी मैदान में हैं. सपा ने राम भुआल निषाद को प्रत्याशी बनाया है जबकि बसपा के टिकट पर उदराज वर्मा चुनाव लड़ रहे हैं. चुनाव प्रचार का शोर आज इस सीट पर मुकाबला कड़ा होता नजर आ रहा है. 2019 लोकसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी, तब मेनका गांधी यहां से सांसद बनी थीं.
2019 में हुई थी कांटे की लड़ाई
2019 लोकसभा चुनाव में सुल्तानपुर सीट पर बीजेपी और गठबंधन प्रत्याशी के बीच में कांटे की लड़ाई देखने को मिली थी. मेनका गांधी का मुकाबला चंद्रभद्र सिंह से हुआ था. जहां मेनका गांधी केवल 14 हजार वोटों से जीत दर्ज करने में कामयाब रही थीं. मेनका गांधी को 459,196 और बसपा प्रत्याशी चंद्र भद्र सिंह को 4,44,670 वोट मिले थे. वोटिंग से ठीक पहले चंद्रभद्र सिंह ने सपा का दामन थामा है. यानी इस सीट पर सियासत की नई बिसात बिछ चुकी है.
नौवीं बार सांसद बनने मेनका मैदान में
मेनका गांधी पहली बार 1989 में जनता दल के टिकट पर पीलीभीत से सांसद चुनी गईं. इसके बाद 1996, 1998, 1999 में वह बीजेपी के समर्थन से पीलीभीत से सांसद चुनी गईं. इसके बाद 2004 में वह बीजेपी में शामिल हो गईं. 2004 में पीलीभीत तो 2009 में आंवला, 2014 में पीलीभीत और 2019 में सुल्तानपुर से सांसद बनीं. 2024 में बीजेपी ने फिर उनको प्रत्याशी बनाया है. 2014 में मोदी सरकार में वह महिला एवं बाल विकास मंत्री रह चुकी हैं.
दो बार विधायक रहे राम भुआल निषाद
इंडिया गठबंधन से सपा के राम भुआल निषाद चुनाव लड़ रहे हैं. वह गोरखपुर की कौड़ीराम विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं. 2007 में वह बसपा सरकार में राज्यमंत्री भी रहे. उन्होंने 2014 में गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था. वह तीसरे नंबर पर रहे थे. बीता चुनाव भी उन्होंने गोरखपुर से लड़ा था, जिसमें उनको हार का सामना करना पड़ा. तब वह दूसरे नंबर पर आए थे.
5 में चार विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा
सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा सीट इसौली, सुल्तानपुर, सुल्तानपुर सदर, कादीपुर और लम्भुआ आती हैं. इसमें इसौली सीट पर समाजवादी पार्टी का विधायक है जबकि बाकी 4 बीजेपी के खाते में हैं.
जातीय समीकरण
सुल्तानपुर में कुल वोटरों की संख्या 18 लाख 34 हजार 355 है. इसमें करीब 80 फीसदी हिंदू और 20 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. सबसे ज्यादा 22 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है. इसके अलावा ठाकुर, ब्राह्मण के साथ-साथ ओबीसी की बड़ी आबादी भी इस क्षेत्र में रहती है.
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