trendingNow/india/up-uttarakhand/uputtarakhand02855175
Home >>लखनऊ

सीएम योगी ने बिजली अफसरों को दिया जोर का झटका! बिजली कटौती पर सुनाया ये बड़ा फरमान

Lucknow News: सीएम योगी ने स्‍पष्‍ट शब्दों में कहा कि प्रदेश में बिजली व्यवस्था अब केवल तकनीकी या प्रशासनिक विषय नहीं, बल्कि जनता के भरोसे और शासन की संवेदनशीलता का पैमाना बन चुकी है. 

Advertisement
CM Yogi Adityanath
CM Yogi Adityanath
Zee Media Bureau|Updated: Jul 25, 2025, 07:17 PM IST
Share

Lucknow News: उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश में हो रही बिजली कटौती को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. सीएम योगी ने प्रदेश भर के बिजली अफसरों को कड़ी चेतावनी दी है कि ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती अब किसी भी स्थिति में बर्दाश्‍त नहीं की जाएगी. उन्‍होंने स्‍पष्‍ट कहा कि सुधार करना ही होगा. 

बिजली कटौती से नाराज सीएम योगी का कड़ा रुख
दरअसल, वह शुक्रवार को ऊर्जा विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में भाग ले रहे थे. इस दौरान सीएम योगी ने स्‍पष्‍ट शब्दों में कहा कि प्रदेश में बिजली व्यवस्था अब केवल तकनीकी या प्रशासनिक विषय नहीं, बल्कि जनता के भरोसे और शासन की संवेदनशीलता का पैमाना बन चुकी है. सीएम योगी ने ट्रिपिंग की लगातार आ रही शिकायतों पर गहरी नाराजगी जताई. उन्‍होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक फीडर की तकनीकी जांच हो, कमजोर स्थानों की पहचान कर तुरंत सुधार कराया जाए. 

'जहां जरूरत हो वहां ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता तुरंत बढ़ाई जाए'
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जहां जरूरत हो, वहां ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता तुरंत बढ़ाई जाए, ताकि ओवरलोडिंग की स्थिति न बने. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि फील्ड से प्राप्त वास्तविक शिकायतों का समाधान समयबद्ध ढंग से हो, ताकि जनता को राहत मिले. सीएम ने अधिकारियों से कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है. सरकार ने बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण को मजबूत करने के लिए रिकॉर्ड बजट उपलब्ध कराया है. ऐसे में किसी स्तर पर लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. 

सही समय पर स्‍पष्‍ट और सटीक बिल भेजने का निर्देश
सभी डिस्कॉम के प्रबंध निदेशकों से उनके क्षेत्रों की आपूर्ति की स्थिति जानने के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाए. बिलिंग व्यवस्था पर सीएम योगी ने कहा कि “हर उपभोक्ता को हर महीने सही समय पर स्पष्ट और सटीक बिल मिलना चाहिए. फॉल्स या ओवरबिलिंग जैसी शिकायतें जन विश्वास को तोड़ती हैं और विभाग की साख को नुकसान पहुंचाती हैं. यह किसी भी स्थिति में नहीं होना चाहिए. बिलिंग एफिशिएंसी बढ़ाई जाए. उन्हें जानकारी दी गई कि अब तक 31 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से जोड़े जा चुके हैं और इस प्रक्रिया को ब्लॉक स्तर तक ले जाने का कार्य तेज़ी से जारी है. 

घाटमपुर और मेजा थर्मल प्‍लांट पर नजर 
इस दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि राज्य की कुल उत्पादन क्षमता वर्तमान में 11,595 मेगावाट है. इसमें थर्मल, जल विद्युत, नवीकरणीय और केंद्रीय योजनाओं की परियोजनाएं शामिल हैं. घाटमपुर और मेजा जैसी नई परियोजनाओं के पूरा होने के बाद यह क्षमता अगले दो वर्षों में 16,000 मेगावाट से अधिक हो जाएगी. मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं की सतत निगरानी और समयबद्ध पूर्णता सुनिश्चित करने को कहा. 

'बिना भेदभाव से सबको बिजली मिले' 
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिजली व्यवस्था केवल ट्रांसफॉर्मर और वायरिंग नहीं, यह जन अपेक्षा और शासन की प्रतिबद्धता का दर्पण है. हमारा दायित्व है कि हर नागरिक को यह महसूस हो कि उसे बिना भेदभाव, पारदर्शी और समयबद्ध बिजली मिल रही है. 

यह भी पढ़ें : राज्य कर विभाग ने एडिशनल कमिश्नर केशल लाल को किया जबरन रिटायर, जानें शासन ने क्यों की इतनी बड़ी कार्रवाई

यह भी पढ़ें :  Akhilesh Yadav: अखिलेश की मस्जिद में बैठक? मौलाना तौकीर बोले- इबादतगाह में सियासत नहीं चलेगी

Read More
{}{}