लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में 1,782 पदों के लिए चयनित अभ्यर्थियों को नियक्ति पत्र वितरित किए. इस दौरान उन्होंने पेपर लीक पर रिएक्शन दिया. लोकभवन में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि अब युवाओं को कहीं जाने की जरूरत नहीं...अपने ही राज्य में नौकरी मिलेगी' मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की मेहनत से खिलवाड़ और परीक्षा की शुचिता से समझौता स्वीकार नहीं किया जा सकता. ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है.
न घर का न घाट का छोड़ेंगे-योगी
सीएम योगी ने कहा कि नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी से आगे बढ़ाई. जो भी युवाओं के साथ जो खिलवाड़ करेगा उनसे पूरी सख्ती से सरकार निपट लेगी. फिर हम ऐसे लोगों को न घर का न घाट का छोड़ेंगे. कार्रवाई ऐसी होगी कि नज़ीर बन जाए. युवाओं के रोजगार के साथ में गड़बड़ी करने वाले राष्ट्रीय पाप कर रहे हैं. सरकार तकनीक का इस्तेमाल करती है तो यह लोग भी तकनीक का इस्तेमाल करने लगते हैं. अगर सही दिशा में इन लोगों ने तकनीक का इस्तेमाल किया हो तो यह खुशहाल जीवन जी रहे होते, मगर इन्होंने ऐसा नहीं किया और अब यह ना घर के रहेंगे ना घाट के.
मुख्यमंत्री योगी ने अभ्यर्थियों को कहा कि आज से आप लोगों की सरकारी नौकरी शुरू हो रही है. आपसे यह उम्मीद होगी कि आप पूरी ईमानदारी से अपना काम करेंगे. जितना वक्त आपके काम के लिए तय है उतना वक्त आप देंगे. सरकारी सेवा में आम लोगों की मदद करके और पूरी संवेदना के साथ लगकर आप लोग अपने राष्ट्रीय कर्तव्य की पूर्ति भी करेंगे.
दोबारा परीक्षा आयोजित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 17 और 18 फरवरी को आयोजित पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा-2023 को निरस्त करते हुए अगले 06 महीने के भीतर पूरी शुचिता के साथ दोबारा परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. उक्त परीक्षा के संबंध में जारी एसटीएफ की जांच और अब तक की कार्रवाई की समीक्षा करते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया. सीएम के निर्देश पर गृह विभाग ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया है.
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