trendingNow/india/up-uttarakhand/uputtarakhand02770996
Home >>लखनऊ

Lucknow News: बसंतकुंज से लेकर सुल्तानपुर रोड तक...165 एकड़ जमीन पर बनेंगे 5 नए बस स्टैंड, नहीं होगी असुविधा

Lucknow News: लखनऊ में निजी बसों के पांच नए बस स्टैंड बनाए जाएंगे. पीपीपी मॉडल पर इसका संचालन किया जाएगा. डीएम की अध्यक्षता बनी समिति इसका मॉनिटरिंग कर रही है. पढ़िए पूरी डिटेल...

Advertisement
Lucknow News
Lucknow News
Pooja Singh|Updated: May 24, 2025, 09:26 AM IST
Share

Lucknow News: लखनऊ में बस से सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है. यहां निजी बसों के पांच नए बस स्टैंड बनाए जाएंगे. यह निजी बसों के संचालन को सुव्यवस्थित करने और यातायात दबाव को कम करने के लिए यह योजना शुरू की गई है. ये सभी बस स्टैंड पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर बनाए जाएंगे. इसके लिए जमीन पर चयन कर लिया गया है. ट्रांसपोर्टरों से संपर्क की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. 

समिति कर रही मॉनिटरिंग
इस परियोजना की निगरानी लखनऊ के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति कर रही है. समिति ने संबंधित ट्रांसपोर्ट यूनियनों और निजी बस संचालकों से बातचीत शुरू कर दी गई है. ताकि, इन बस स्टैंड के संचालन और सुविधाओं को लेकर जरूरी समन्वय किया जा सके. लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने 165 एकड़ की 5 लोकेशन चिन्हित किए हैं. जमीनों की जिन लोकेशन को चिन्हित किया गया है, उनमें बसंतकुंज, मोहनलालगंज, किसान पथ , मोहान रोड और सुल्तानपुर रोड हैं. 

आसान होगा बसों का संचालन
इन लोकेशनों को इस तरह चुना गया है कि शहर के अलग-अलग दिशाओं से आने-जाने वाली बसों का संचालन आसान हो जाएगा. इसके साथ ही चारबाग जैसे पुराने बस अड्डों पर भीड़भाड़ कम हो. यह पहल यूपी स्टेज कैरिज बस स्टैंड, कॉन्ट्रैक्ट कैरिज व ऑल इंडिया टूरिस्ट बस पार्क (स्थापना एवं विनियमन) नीति-2025 के तहत शुरू की गई है, जिसे हाल ही में सरकार से मंजूरी मिली है. मास्टर प्लान 2031 के संशोधित प्रारूप पर भी इन बस अड्डों को अंकित कर दिया गया है. 

क्या है इस नीति का मकसद?
इस नीति का मकसद निजी इलाके की भागीदारी से मॉडर्न बस स्टैंड का विकास करना है, जिससे यात्री सुविधाओं में सुधार और संचालन में पारदर्शिता लाई जा सके. प्रशासन का दावा है कि नए बस स्टैंड में पार्किंग, वेटिंग एरिया, शौचालय, टिकट काउंटर, कैफेटेरिया जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ डिजिटल टिकटिंग और जीपीएस आधारित ट्रैकिंग जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं भी होंगी. इसके लिए निवेशकों और ट्रांसपोर्ट संचालकों को आकर्षित करने की दिशा में भी काम शुरू हो गया है. 

यह भी पढ़ें: इस नए रूट पर बिना बिजली के तारों के दौड़ेगी लखनऊ मेट्रो, पतंग के मांझे भी नहीं रोक पाएंगे रफ्तार

Read More
{}{}