विशाल सिंह/अमरोहा: अमरोहा एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है. यूपी एटीएस ने अमरोहा के थाना नौगांवा सादात इलाके के गांव देहरा के रहने वाले अजमल अली को हिरासत में लिया था. अजमल पाकिस्तान के 400 व्यक्तियों के संपर्क में था. वह पाकिस्तान से जुड़े ग्रुप से कट्टरपंथ फैला रहा था और युवाओं को भड़का रहा थे. एटीएस की सतर्क निगरानी के दौरान जानकारी मिली कि Reviving Islam नाम के व्हाट्सएप ग्रुप में करीब 400 पाकिस्तानी सदस्य शामिल हैं. इस ग्रुप में 3 एडमिन हैं और एक भारतीय नंबर भी जुड़ा हुआ था. यह नंबर अमरोहा निवासी अजमल अली का था.
Reviving Islam ग्रुप में कई चौकाने वाले मैसेज
जांच एजेंसी Reviving Islam ग्रुप के कई संदेश को डिकोड करने में जुटी है. सूत्रों के अनुसार Reviving Islam ग्रुप में कई चौकाने वाले मैसेज किये गए थे. ग्रुप में पाकिस्तानी नंबरों से IED बनाने की ट्रेनिंग देने का जिक्र किया गया था. गजवा-ए-हिन्द और हिंसात्मक जिहाद के वीडियो भी ग्रुप पर शेयर किए गए थे.
कुख्यात ट्रेनिंग सेंटर थट्टा कैंप का भी जिक्र
दहशतगर्दी के कुख्यात ट्रेनिंग सेंटर थट्टा कैंप का भी जिक्र किया गया था. थट्टा इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि यह वही जगह है जहां 26/11 को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को ट्रेनिंग दी गई थी. Reviving Islam नाम के व्हाट्सएप ग्रुप में करीब 400 पाकिस्तानी सदस्य शामिल हैं. इस ग्रुप में 3 एडमिन हैं और एक भारतीय नंबर भी जुड़ा हुआ था. यह नंबर अमरोहा से गिरफ्तार अजमल अली का था.
युवाओं को मिशन में जोड़ने की बात
ग्रुप पर उसामा को उसामा हैदराबाद आगरा और गुजरात जाने के लिए भी कहा गया था. उसामा ने उसके बाद हैदराबाद, गुजरात और आगरा कई बार विजिट किया था. युवाओं को ग़ज़वा ए हिन्द के नाम पर गुमराह करके हिंसक आंदोलन की जमीन तैयार की जा रही थी. ग्रुप पर यह भी निर्देश दिए गए थे कि भारत मे जो मुस्लिम युवा लगातार भड़काऊ वीडियो को देख रहे हैं या उसकी वेबसाइट पर जा रहे हैं उनको ट्रैक करके अपने मिशन में जोड़ा जाए. भारत की चुनी हुई सरकार गिराकर शरिया लागू करने के लिए ग्रुप में पाकिस्तानी नंबरों से उकसाया भी जाता था.
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