Chandrashekhar Azad Attack in Mathura: मथुरा में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर भगतनगर में अज्ञात लोगों ने पथराव कर दिया. इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, हालांकि चंद्रशेखर पूरी तरह सुरक्षित हैं.
घटना उस समय हुई जब चंद्रशेखर करनावल गांव से भगतिया नगला जा रहे थे. अचानक भगतनगर में उनके काफिले पर पत्थर बरसने लगे, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई. पुलिसकर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने तुरंत सुरक्षा घेरा बनाकर चंद्रशेखर की गाड़ी को सुरक्षित निकाला.
हमले के कुछ ही मिनटों में उपद्रवी मौके से फरार हो गए. इसके बाद चंद्रशेखर गाड़ी से उतरे और स्थिति का जायजा लिया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है और दोषियों की तलाश की जा रही है.
पहले भी हो चुका है हमला
यह पहली बार नहीं है जब चंद्रशेखर आजाद पर हमला हुआ है। 28 जून 2023 को भी उनके काफिले पर जानलेवा हमला किया गया था. उस दिन वे अपने एक साथी की मां की रस्म पगड़ी में शामिल होने के बाद सहारनपुर लौट रहे थे. शाम करीब 5 बजे, जब वे देवबंद थाना क्षेत्र के यूनियन सर्किल के पास पहुंचे, तो 4-5 हमलावर हरियाणा नंबर की स्विफ्ट डिजायर कार से आए और उन पर फायरिंग कर दी. हमले में चार गोलियां चलाई गईं, जिनमें से एक गोली गेट को चीरते हुए उनकी कमर को छूकर निकल गई.
कौन हैं चंद्रशेखर आजाद?
चंद्रशेखर आजाद का जन्म 6 नवंबर 1986 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ था. वे पेशे से वकील हैं और उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई की. उन्होंने 'भीम आर्मी' संगठन की स्थापना की थी, जो दलित अधिकारों के लिए काम करता है. इसके बाद उन्होंने 'आजाद समाज पार्टी' का गठन किया और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने लगे.