कन्हैया लाल शर्मा/मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर को लेकर मचे विरोध के बीच मथुरा की सांसद और बीजेपी नेता हेमा मालिनी का बयान सामने आया है. BJP सांसद ने जनता से खास अपील करते हुए अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कॉरिडोर वृंदावन की आवश्यकता है अगर यह कॉरिडोर अभी नहीं बना तो फिर कभी नहीं बनेगा. सांसद ने कॉरिडोर निर्माण कराने का समर्थन दिया है. सांसद ने लोगों को आश्वस्त किया है कि कॉरिडोर निर्माण से विस्थापित लोगों के लिए व्यवस्था व क्षतिपूर्ति का ध्यान रखा जाएगा.
कॉरिडोर वृंदावन की आवश्यकता -मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने वृंदावन कॉरिडोर पर बोलते हुए कहा कि वृंदावन बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए काफी संख्या में भक्त आते हैं ऐसे में कॉरिडोर वृंदावन की आवश्यकता है. अगर यह कॉरिडोर अभी नहीं बना तो फिर कभी नहीं बनेगा. इस और गोस्वामी समाज के लोगों को भी सोचना चाहिए, नहीं तो लोग यहां मरते रहेंगे. दरअसल, वृंदावन के गोस्वामी बांके बिहारी कॉरिडोर बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं. उनके द्वारा वृंदावन बांके बिहारी कॉरिडोर को उनके अधिकारों का हनन बताया जा रहा है.
सरकार देगी उचित मुआवजा
सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि कॉरिडोर बनाने में जो भी दुकान-मकान आएंगे उन्हें सरकार मुआवजा देगी जो लोग किराएदार हैं उन्हें भी उचित मुआवजा दिया जाएगा. इसके साथ ही दुकान के बदले दुकान भी दी जाएगी. कॉरिडोर परिसर में पूर्व प्राचीन मंदिर को संरक्षित रखे जाएंगे. इसके साथ ही कहा है कि अगर किसी व्यक्ति को कॉरिडोर निर्माण से परेशानी है तो वह अधिकारियों को अपनी परेशानी या दुख बता सकते हैं. उनकी समस्या का समाधान कराया जाएगा. सांसद ने कहा कि कॉरिडोर बनने से न केवल मंदिर परिसर सुव्यवस्थित होगा बल्कि यहां के व्यापारी, होटल व्यवसायी और स्थानीय नागरिकों को भी बड़ा फायदा मिलेगा. इसके अलावा पर्यटन बढ़ेगा. पर्यटन बढ़ने से रोजगार भी बढ़ेगा.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खुशी
हेमा मालिनी ने कहा कि उन्हें यह जानकर बेहद खुशी हुई है कि सुप्रीम कोर्ट ने कॉरिडोर बनाने की अनुमति दी है. उन्होंने कहा कि कई सालों से दर्शनार्थियों को बांके बिहारी जी के दर्शन करने में कठिनाई हो रही थी. यहां बहुत भीड़-भाड़ के कारण मंदिर परिसर में अव्यवस्था बनी रहती है. इस कारण कभी-कभी दुखद हादसे भी हो जाते हैं. सांसद ने कहा कि वह स्वयं इस स्थिति से व्यथित थीं और अक्सर दुर्भाग्यपूर्ण खबरें सुनती थीं.