Hapur News: गरीबों को राशन मिलने में किसी तरह की कोई धांधली न हो इसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं. राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए हर ग्राम पंचायत में अन्नपूर्णा भवन बनाने का अभियान तेज कर दिया गया है. बात करें हापुड की तो अभी जिले में छह भवन बनकर तैयार हैं. खाद्य विभाग को जमीन चिन्हित कर सौंप दी गई है. जमीन तलाशी का काम भी तेजी की तरफ अग्रसर है.
85 गांवों की जमीन चिन्हित
85 गांवों में जमीन चिह्नित कर खाद्य विभाग को सौंप दी गई है. जिले में छह अन्नपूर्ण भवन बनकर तैयार हो गए हैं. बाकी के लिए जमीन तलाशने का कार्य तेज कर दिया गया है. इस संबंध में एडीएम संदीप कुमार ने बताया कि जिले में भवनों के लिए जमीन चिह्नित हो गई है. माना जा रहा है कि दिसंबर तक इनका निर्माण काम कराने की कोशिश है. इन भवनों के निर्माण को लेकर एडीएम ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन
बता दें कि राशन वितरण प्रणाली को ईजी बनाने के लिए जिले की ग्राम पंचायतों में अन्नपूर्णा भवन बनाए जा रहे हैं. वित्तीय वर्ष में हापुड़ को करीब 40 नए भवन बनाने का लक्ष्य मिला है. फिलहाल छह भवन बनकर तैयार हो गए हैं.
484 वर्ग फुट में बनाए जा रहे भवन
यह भवन 484 वर्ग फुट में बनाए जा रहे हैं. हर अन्नपूर्णा भवन का निर्माण 8.50 लाख रुपये में कराया जा रहा है.
दुकान के साथ ही होगा गोदाम
गांवों में अभी छोटे डीलरों की दुकानें हैं. इन्हीं दुकानों से ही राशन वितरित किया जाता है. जबकि, गोदाम अलग- जगह बने होते हैं. इस कारण राशन की कालाबाजारी ज्यादा होती है. अन्नपूर्णा भवन में राशन की दुकान के साथ ही गोदाम भी बनेंगे जिससे घोटाले की उम्मीद कम होगी. इन दुकानों पर सीसीटीवी कैमरों की नजर रहेगी, जिससे घोटाले में कमी आएगी. दुकान का ग्राम प्रधान और डीलर बदल सकता है पर दुकान उसी जगह पर रहेगी. गांवों में चिह्नित स्थान से ही राशन का वितरण होगा.
हर साल 75 बनाने का लक्ष्य
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को दुरुस्त बनाने और राशन कार्ड धारकों को राशन पूरा उपलब्ध कराने के लिए अन्नपूर्णा भवन योजना शुरू की गई है. हर जिले में हर साल 75 से 100 अन्नपूर्णा भवन बनाए जा रहे हैं. यह भवन ग्राम समाज की आय का साधन भी बनेंगे. राशन के अलावा यहां और सामान भी मिलेगा.