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हिन्दुत्व की फायरब्रांड नेता बनेंगी हर्षा रिछारिया!, संभल में हिंदू भाइयों को होली भाई दूज पर बांधी राखी

Harsha Richhariya To Reach Sambhal: महाकुंभ की वायरल गर्ल हर्षा रिछारिया होली भाई दूज का पर्व मनाने संभल पहुंचीं. इस दौरान वे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का तिलक किया. आइए  जानते हैं इस दौरान हर्षा रिछारिया ने क्या कहा?

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Harsha Richhariya to reach sambhal
Harsha Richhariya to reach sambhal
Zee Media Bureau|Updated: Mar 16, 2025, 09:39 PM IST
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Harsha Richhariya Latest News/सुनील सिंह: महाकुंभ में चर्चा में आईं हर्षा रिछारिया संभल पहुंचीं. होली की भाई दूज पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का तिलक किया. इस दौरान कहा कि दंगों में हिंदुओं के नरसंहार पर राजनीतिक दल चुप थे, लेकिन अब हिंदू अपने धार्मिक स्थल और अधिकार मांग रहे हैं तो पार्टियों को आपत्ति हो रही है.

इससे पहले संभल में भाई दूज मनाने का किया था ऐलान
हर्षा रिछारिया ने कहा कि होली का त्योहार बहुत ही पावन और पवित्र त्योहार है, जिसमें हम हंसी-खुशी सभी को गले लगाते हैं और रंगों में सराबोर होते हैं. इसी से प्रेरित होकर मैंने फैसला किया है कि भाई दूज के दिन मैं अपने सनातनी भाई-बहनों से मिलने संभल जाऊंगी और वहां भाइयों का तिलक करूंगी. 

उन्होंने सभी सनातनी भाई-बहनों को इस अवसर पर मिलने का निमंत्रण देते हुए "हर-हर महादेव, जय श्रीराम" का जयघोष भी किया. बता दें कि पहाड़ी समाज में होली के दो दिन बाद भाई दूज मनाने की परंपरा है. इसी उपलक्ष्य में हर्षा संभल जाने की योजना बना रही हैं.

सुसाइड की धमकी देकर आई थीं चर्चा में
हाल ही में हर्षा रिछारिया ने 25 फरवरी को सोशल मीडिया पर 2 मिनट 13 सेकंड का वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने सुसाइड की धमकी दी थी. उन्होंने कहा था कि कुछ धर्म विरोधी लोग AI की मदद से उनके फेक वीडियो बनाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
हर्षा ने कहा कि मुझे महादेव ने जितनी हिम्मत दी है, मैं उतनी ही लड़ूंगी. लेकिन जिस दिन मैं टूट जाऊंगी, उस दिन सबका नाम लिखकर जान दे दूंगी. 

कौन हैं हर्षा रिछारिया?
हर्षा रिछारिया एक ब्राह्मण परिवार से आती हैं. जो बुंदेलखंड (झांसी के पास मऊ रानी पुर) में जन्‍म हुआ है. उनकी स्‍कूलिंग भोपाल से हुई है. भोपाल से ही मेरी एंकरिंग की शुरुआत की थी.  महाकुंभ के दौरान निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में भाग लिया था. इस दौरान वह संतों के साथ रथ पर नजर आईं, जिसके बाद वह चर्चा में आ गईं. ट्रोलर्स ने उन्हें 'सुंदर साध्वी' का नाम दिया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वह साध्वी नहीं हैं, बल्कि धर्म के मार्ग पर आगे बढ़ रही हैं. इस्टाग्राम पर उनके 10 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.

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