Moradabad Hindi News: प्रेम विवाह के सात महीने बाद मुरादाबाद में अधिवक्ता कमल किशोर की मौत के पीछे की सच्चाई सामने आई है. पहली नजर में दिल का दौरा लगने से हुई मौत बताई गई थी, लेकिन अब पुलिस ने खुलासा किया है कि कमल की हत्या उसकी पत्नी और ससुर ने मिलकर की थी. वजह जानकर हर कोई हैरान है कमल ने शादी के समय अपनी जाति छिपाई थी, जिससे नाराज़ होकर पत्नी और ससुर ने उसे जहर देकर मार डाला.
प्रेम विवाह बना मौत की वजह
मझोला थाना क्षेत्र के कांशीराम कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त पुलिस निरीक्षक का बेटा कमल किशोर अधिवक्ता था और पीसीएस-जे की तैयारी कर रहा था. उसने साल 2021 में धामपुर की गुलमोहर कॉलोनी की अर्चना चौहान से प्रेम विवाह किया था.
15 अक्टूबर 2024 को कमल अपनी ससुराल धामपुर गया था. 18 अक्टूबर की सुबह उसका शव कमरे में चारपाई पर मिला. ससुराल वालों ने बताया कि सीने में दर्द की वजह से उसकी मौत हुई. परिजनों को शक हुआ, तो उन्होंने शव का पोस्टमार्टम कराया.
विसरा रिपोर्ट ने खोली हत्या की परतें
पोस्टमार्टम के बाद शव से विसरा सुरक्षित रख लिया गया था. तीन महीने बाद आई रिपोर्ट में कमल की मौत की वजह ज़हर पाई गई. इसके बाद मझोला पुलिस ने धामपुर पुलिस को रिपोर्ट सौंपी. कमल के पिता की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया और सीओ स्तर पर विवेचना शुरू की गई.
हत्या के पीछे जाति का झूठ
पूछताछ में सीओ धामपुर सरवम सिंह ने बताया कि कमल ने प्रेम विवाह करते समय अपनी अनुसूचित जाति की पहचान छिपाई थी. जब यह सच्चाई पत्नी अर्चना और उसके परिवार को पता चली, तो वे बेहद नाराज हो गए.
घटना वाले दिन अर्चना की मां और भाई अमरोहा गए हुए थे. घर पर सिर्फ अर्चना और उसके पिता थे. तभी कमल को खाने-पीने में ज़हर मिला दिया गया. मौत के बाद इसे दिल का दौरा बताकर मामले को दबाने की कोशिश की गई. पुलिस ने मामले में साक्ष्य जुटाने के बाद रविवार को कमल की पत्नी अर्चना और उसके पिता महिपाल को गिरफ्तार कर लिया. दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
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