Moradabad Hindi News/आकाश शर्मा: प्यार की खातिर धर्म बदला, समाज के डर को छोड़ा और नई ज़िंदगी की शुरुआत की. मुरादाबाद की रहने वाली सायमीन ने हिन्दू युवक रूपेंद्र उर्फ गोलू से प्यार के चलते मुस्लिम धर्म को छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया और आर्य समाज मंदिर में विधिवत शादी की. सायमीन अब श्रुति बन चुकी हैं और अपने नए जीवन को लेकर खुश हैं.
विकलांग से कर दी गई शादी
सायमीन और रूपेंद्र पिछले चार साल से एक-दूसरे को प्यार करते थे. वर्ष 2024 में सायमीन ने अपने घर को छोड़कर रूपेंद्र के साथ नई जिंदगी शुरू करने की कोशिश की थी, लेकिन परिवार ने उन्हें पकड़ लिया और उनकी मर्जी के खिलाफ जबरन दिल्ली निवासी सैफ से शादी कर दी. सैफ एक पैर से विकलांग हैं और सायमीन का उनसे एक बच्चा भी है.
श्रुति ने लगाया गंभीर आरोप
सायमीन का आरोप है कि सैफ उन्हें मारता-पीटता था. मुझे मुस्लिम धर्म अच्छा नहीं लगता, वहां महिलाओं को मारा जाता है, तलाक देकर चार-चार शादियां की जाती हैं. मैं हिन्दू धर्म को पसंद करती हूं, इसलिए मैंने रूपेंद्र से शादी कर ली और अब उन्हीं के साथ रहना चाहती हूं.
प्रशासन से लगाई सुरक्षा की गुहार
हाल ही में दोनों ने खुर्जा स्थित आर्य समाज मंदिर में हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार शादी की. श्रुति ने खुशी-खुशी सनातन धर्म को स्वीकार कर लिया और अब अपने जीवन की नई शुरुआत करना चाहती हैं. वहीं, रूपेंद्र उर्फ गोलू का कहना है कि हमने पूरी तरह से कानूनी और धार्मिक रीति से शादी की है, लेकिन सायमीन के परिवार और गांव से हमें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. हमें प्रशासन से सुरक्षा की मांग है.
सायमीन उर्फ श्रुति का यह फैसला समाज के कई सवालों को जन्म देता है, लेकिन उनके अनुसार यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है और अब वह अपने प्यार और चुने हुए धर्म के साथ जीवन बिताना चाहती हैं.
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