Sambhal News: होली और रोजे का जुमा एक ही दिन होने के चलते संभल के सीओ अनुज चौधरी ने क्षेत्र में व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो बयान दिया उससे वो एक बार सुर्खियों में हैं. अनुज चौधरी ने कहा कि जुमा साल में 52 बार आता है और होली साल में एक बार. ऐसे में अगर मुस्लिम समुदाय को लगता है कि रंग लगने से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा तो वो होली वाले दिन घर पर ही नमाज अदा करें. और अगर बाहर निकल भी रहे हैं तो कोई रंग डाल दे तो उसका बुरा न मानें.
अनुज चौधरी के बयान पर भड़के सपा नेता और देवबंदी उलेमा
अनुज चौधरी के इस बयान पर सपा नेता राम गोपल यादव और देवबंदी उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने गहरी आपत्ति जताई है. रामगोपाल यादव ने अनुज चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा, "संभल में अनुज चौधरी ने ही दंगे कराये थे. उन्होंने ही कहा था गोली चलाओ, गोली चलाओ. क्या वह कभी ठीक बात करते हैं." रामगोपाल यादव ने कहा कि कभी व्यवस्था बदलेगी तो ऐसे लोग जेल में रहेंगे.
अनुज चौधरी का बयान हर किसी की जुबान पर है. कुछ लोग जो संभल सीओ अनुज चौधरी के सख्त रवैये से परिचित नहीं है वो यह जरूर जानना चाहते होंगे कि अनुज चौधरी का इतिहास क्या है. तो आइये आपको बताते हैं कौन हैं. अनुज चौधरी और इससे पहले कब-कब सुर्खियों में आए हैं.
कौन हैं अनुज चौधरी
अनुज चौधरी मूलरूप से मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव के रहने वाले हैं. अनुज चौधरी खेल कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे, वो अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती में देश का मान बढ़ा चुके हैं. 1997 से 2014 तक वे कुश्ती में नेशनल चैंपियन चुके हैं. सन् 2001 में अनुज चौधरी को लक्ष्मण अवॉर्ड और 2005 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. 2002 और 2010 वे नेशनल गेम्स में दो सिल्वर मेडल जीत चुके हैं. खेल में देश के लिए उनकी उपलब्धियों की बदौलत उन्हें 2012 में खेल कोटे से (सीओ) डिप्टी एसपी बनाया गया.
कब-कब चर्चा में आए अनुज चौधरी
मुरादाबाद में तैनाती के दौरान उनकी सपा नेता आजम खान से बहस हो चुकी है. आजम खान सपा प्रतिनिधिमंडल के साथ मुरादाबाद कमिश्नर से मिलने जा रहे थे लेकिन अनुज चौधरी ने आजम खान को यह कहते हुए रोक दिया था कि केवल 27 लोग ही अंदर जा सकते हैं. इस पर आजम खान ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने ही पहलवानों की प्रतिभा को पहचाना था. अखिलेश यादव का एहसान याद है? जिसके जवाब में अनुज चौधरी ने तड़ाक से जवाब दिया था कि अहसान कैसा, मुझे अर्जुन अवार्ड मिला था. अर्जुन अवार्ड किसी के अहसान से नहीं मिलता.
संभल हिंसा के दौरान पैर में लगी गोली
पिछले साल जब संभल में विवादित ढांचे के सर्वे के दौरान जब बवाल हुआ था उपद्रवियों की गोली से कई पुलिस कर्मी घायल हुए थे. उस वक्त अनुज चौधरी के भी पैर में गोली लगी थी. इस पर मीडिया से बातचीत में अनुज चौधरी ने कहा था कि हम मरने के लिए पुलिस में नहीं आए हैं. हमारा भी परिवार है. हमें भी आत्मरक्षा का अधिकार है गोली चलेगी तो बचाव में हम भी गोली चलाएंगे.
इंटर्व्यू को लेकर यूट्यूबर के साथ बहस
इसके अलावा पिछले साल एक यूट्यूबर ने फोन कॉल कर उन्हें धमकी दी थी. क्योंकि सीओ अनुज चौधरी ने यूट्यूबर को इंटर्व्यू देने से मना कर दिया था. यूट्यूबर मशकूर दादा ने अनुज चौधरी को योगी आदित्यनाथ और सीनियर अधिकारियों तक अपनी पहुंच की बात करते हुए उनकी शिकायत की बात कही थी. इसके बाद यूट्यूबर मशकूर दादा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
वर्दी में गदा लेकर चले थे अनुज चौधरी
संभल हिंसा के बाद नए साल के मौके पर संभल के खग्गू सराय इलाके में कार्तिकेय महादेव मंदिर की रथयात्रा में शामिल होने के लेकर अनुज चौधरी सुर्खियों में आए. इस यात्रा में संभल सीओ अनुज चौधरी वर्दी में रथयात्रा के आगे-आगे हनुमान जी की गदा लेकर चल रहे थे. अनुज चौधरी के वर्दी में इस तरह चलने को लेकर कई लोगों ने पुलिस मैनुअल का उल्लंघन माना था और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी.
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