अमरोहा/राजू राज: देश का माहौल बिगाड़ने की साजिश रचने वाले दो आरोपियों को यूपी एटीएस ने दबोचा है. दोनों रिवाइव इस्लाम नामक एक कट्टरपंथी व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे. आरोपियों की पहचान ओसामा शेख और अजमल अली के तौर पर हुई है. दोनों पर देश-विरोधी गतिविधियों, शरिया कानून का प्रचार, सांप्रदायिक नफ़रत फैलाने और युवाओं का ब्रेनवॉश करने का आरोप है. एक आरोपी अमरोहा जिले का रहने वाला है.
पाकिस्तान से जुड़ा है कनेक्शन
जांच एजेंसी एक तरफ इस साजिश में शामिल अन्य सदस्यों की पहचान में जुटी हैं तो वहीं दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा हुआ है. इस व्हाट्सएप ग्रुप पर एडमिन ने कई मैसेज भेजे थे. जिसमें पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्ला की हत्या का जिक्र करते हुए हत्या का बदला लेने के लिए भारत मे शरिया कानून स्थापित करने की बात कहने से जुड़ा मैसेज भी शामिल है.
अमरोहा से जुड़े तार
एक मैसेज में सैफुल्ला का यूपी के अमरोहा जिले से कनेक्शन का भी जिक्र किया गया. बताया गया कि सैफुल्ला और उसके साथी अबु हमजा अमरोहा के मदरसे में पढ़ा था. दोनों ने मिलकर ही स्लीपिंग मॉड्यूल तैयार किया था. सैफुल्ला भारत में आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड था, और 2010 में मार गिराया गया था. वहीं उसका साथी अजमल अली अमरोहा में युवाओं को जिहाद के लिए फौज के तौर पर तैयार कर रहा है.
पाकिस्तानियों के संपर्क में था आरोपी
गिरफ्तार हुआ अजमल अली पुत्र असगर खान, अमरोहा के नौगावा सादात थाना क्षेत्र के देहरा निकट का रहने वाला है.वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से राष्ट्रविरोधी व गैर मुस्लिम धर्म के व्यक्तियों के प्रति कट्टरपंथी विचारधारा को प्रसारित-प्रचारित कर रहा है. पूछताछ में अपराध कबूल करते हुए बताया कि वह व्हाट्सएप पर रिवाइविंग इस्लाम ग्रुप के अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई पाकिस्तानी व्यक्तियों के संपर्क में था.
सरकार गिराकर शरिया लागू करने की बातें
वहीं दूसरा आरोपी डा. उसामा माज शेख पुत्र माज शेख निवासी निकट दरगाह, बदलापुर गाँव, थाना बदलापुर पश्चिमी, जिला थाणे, राज्य महाराष्ट्र है, से जुड़ा था, डॉ उसामा उपरोक्त से उसकी इंस्टाग्राम व सिगनल ऐप के माध्यम से भारत-विरोधी बातें होती थीं और भारत की चुनी हुई सरकार गिराकार शरिया लागू करने की बात की जाती थी.
बता दें कि व्हाट्सएप ग्रुप "Reviving Islam" की जानकारी यूपी एटीएस को मिली थी. जिसके 3 एडमिन सहित लगभग 400 पाकिस्तानी सदस्य हैं. इसमें एक नंबर उत्तर प्रदेश का भी जुड़ा है. सूत्रों के अनुसार "Reviving Islam" व्हाट्सएप ग्रुप पर शाद और रिजवान का भी जिक्र किया गया था. वाराणसी के संकटमोचन मंदिर पर हमला करने वाले आतंकी शाद और रिजवान भी अमरोहा के थे. जिन्हें एटीएस ने गिरफ्तार किया था.
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की क्यों हुई गिरफ्तारी? गाजीपुर एसपी ने बताई ये वजह
बाराबंकी में महिला सिपाही हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पीछा छुड़ाने के लिए पति ही बन बैठा हत्यारा