Sambhal Hindi News/सुनील सिंह: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश को धार्मिक पर्यटन की दिशा में अग्रसर कर रही है. अयोध्या, काशी और मथुरा के बाद अब संभल को भी तीर्थनगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है. प्रशासन ने संभल को “कल्कि देव नगरी” के रूप में स्थापित करने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली है.
प्राचीन तीर्थस्थलों और ऐतिहासिक कूपों की खोज के बाद अब यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में बड़े स्तर पर काम शुरू हो चुका है. प्रारंभिक चरण में 250 करोड़ रुपये की लागत से 51 किलोमीटर लंबा परिक्रमा मार्ग और 73 तीर्थ स्थलों तथा प्राचीन कूपों का सौंदर्यकरण किया जाएगा.
डीएम के मुताबिक
डीएम राजेंद्र पेंसिया ने जानकारी दी कि शासन के निर्देश पर अयोध्या की तर्ज पर एक विस्तृत विजन प्लान तैयार किया गया है. इस योजना के अंतर्गत 24 कोसी परिक्रमा मार्ग का निर्माण और 73 देव स्थलों तथा कूपों का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इसके लिए शासन को 250 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भी भेजा गया है.
संभल बनेगा नया तीर्थ नगरी केंद्र
इसके अतिरिक्त, संभल के अन्य ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण और विकास के लिए भी एक कार्य योजना तैयार की जा रही है. सरकार की इस पहल से न केवल धार्मिक आस्था को बल मिलेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और पर्यटन में भी भारी वृद्धि होगी. संभल अब सिर्फ इतिहास का हिस्सा नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले समय में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में अपनी पहचान बनाएगा.
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