विनोद/हल्द्वानी: जामरानी बांध परियोजना के अन्तर्गत राजस्व गांव खदरीखान में करीब 7 मकानों मे दरार आने का मामला सामने आया है, मामला संज्ञान में आने के बाद DM नैनीताल ने SDM नैनीताल की अगुवाई में एक टीम गठित कर जाँच के निर्देश दिये हैं. चलिए जामरानी बांध परियोजना के पास बसे खदरीखान गाँव के बारे में आपको बताते हैं.
ज्यादातर घरों में दरारें
मकानों मे आयी दरारों का यह मामला खदरी खान गाँव का है, यहां 7 परिवार निवास करतें हैं, अधिकतर मकानों मे दरारें हैं, ग्रामीणों का कहना है की दरारें पिछले 3-4 महीनों से देखी जा रही हैं, गाँव के अधिकतर लोंगो का कहना है कि जामरानी बांध परियोजना के तहत लगातार ब्लास्ट होने की वजह से दरारें आ सकती हैं, ग्रामीणों के मुताबिक वे अब डर के साए में जी रहे हैं, उन्हें डर है कि मानसून के मौसम में गांव में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हो सकता है जिससे गांव जमीदोज़ हो सकता है.
ब्लास्टिंग पर लगी रोक
ग्रामीणों के डर को देखते हुए राजश्व टीम और भू-वैज्ञानिक द्वारा गहनता से मकानों का निरीक्षण किया जा चुका है, DM के निर्देश पर मकानों में आई दरारों के मापन हेतु भूकम्प मापी सयन्त्र (सिस्मोग्राफ) लगाया जा रहा है. सिस्मोग्राफ सयंत्र स्थापित होने तक क्षेत्र में किसी भी प्रकार के ब्लास्टिंग पर रोक लगा दी गई है. इस सम्बन्ध में परियोजना प्रबन्धक जमरानी बांध को निर्देश दिये हैं कि सिस्मोग्राफ स्थापित होने तक क्षेत्र में ब्लास्टिंग न की जाए.
क्या बोले सांसद
इस मामले पर सांसद अजय भट्ट का कहना है कि अभी फाइनल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, दरारे किस वजह से और कब से आ रही है इसकी भी जांच की जा रही है, लेकिन घरों मे दरार आना गंभीर है लिहाज़ा ट्रीटमेंट प्लान पर विचार किया जा रहा है.
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