UP News : इजराइल और हमास के बीच कई महीनों से चल रहे युद्ध में बड़ी संख्या में जान-माल का नुकसान हुआ है. हम सभी ने देखा कि मिसाइलों से दोनों तरफ बड़ी-बड़ी इमारतों को निशाना बनाया गया. इससे आम जनजीवन प्रभावित हो गया था. अब इजराइल सरकार एक बार फिर आम जनजीवन को पटरी पर लाने में जुट गई है. ऐसे में मदद के तौर पर यूपी से बड़ी संख्या में कामगारों की मांग की है. यूपी सरकार 10 हजार निर्माण श्रमिकों को इजराइल भेजने की तैयारी कर रही है.
इजराइल में 10 हजार श्रमिकों की जरूरत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले दिनों में यूपी से दस हजार से ज्यादा कामगार इजराइल भेजे जाएंगे. उत्तर प्रदेश श्रम एवं सेवायोजन विभाग ने इस दिशा में पहल शुरू कर दी है. श्रम विभाग प्रदेश भर के सभी जिलों से इच्छुक श्रमिकों का डाटा एकत्रित करने को कहा है. इसमें कारपेंटर, आयरन बेंडिंग, फ्रेमवर्क शटरिंग, सेरेमिक टाइल और प्लास्टरिंग आदि का काम जानने वाले मजदूरों को शामिल किया जाएगा.
इन कामगारों की तलाश
जानकारी के मुताबिक, इन श्रमिकों को नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इंटरनेशनल (एनएसडीसी) के तहत इजराइल भेजने की तैयारी है. इसके लिए श्रम विभाग को इजराइल भेजने के लिए इच्छुक कामगारों की तलाश है. जिसके पास ऐसे कामों का अनुभव हो और 10वीं परीक्षा पास की हो, साथ ही जिसकी उम्र करीब 25 से 45 साल के बीच है, वह इजराइल भेजने के योग्य होंगे.
कितनी मिलेगी सैलरी?
जानकारी के मुताबिक, इन कामगार श्रमिकों को 6100 इजराइली न्यू शेकेल करेंसी दी जाएगी. अगर बात भारतीय मुद्रा की करें तो महीने में उन्हें करीब 1.38 लाख रुपये दिए जाएंगे. साथ ही श्रमिकों के रहने की व्यवस्था और चिकित्सा बीमा का खर्च खुद ही उठाना पड़ेगा. बता दें कि पिछले दिनों हरियाणा सरकार ने भी 10 हजार श्रमिकों को इजराइल भेजने के लिए अभियान चलाया था. इजराइल से एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भारत के राज्यों में पहुंचेगा.