YEIDA small plots scheme: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक क्षेत्र में बसे गरीब भूमिहीन किसानों और मजदूरों के लिए एक नई सुबह की शुरुआत होने जा रही है. वर्षों से अपने खुद के घर के सपने संजोए बैठे इन लोगों को अब उम्मीद की किरण दिखी है.
आप नोएडा में रहते हैं और आपकी इनकम बहुत कम है घर बनाने का सपना देख रहे हैं तो ये खबर आपके लिए हैं. यमुना प्राधिकरण जल्द ही 30 वर्गमीटर के भूखंडों की योजना शुरू करने जा रहा है.
फैक्ट्री में नौकरी करने वालों के साथ शहर में रहने वालों की रोजमर्रा की जरूरत को पूरा करने के काम में लगे लोगों की घर की जरूरत को पूरा करने के लिए यीडा ने तीस वर्गमीटर की भूखंड योजना निकालने का फैसला किया था.
यमुना प्राधिकरण जल्द ही 30 वर्गमीटर के भूखंडों की योजना शुरू करने जा रहा है. इस योजना का उद्देश्य फैक्ट्री कर्मचारियों और रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने वालों को आवास उपलब्ध कराना है.
सेक्टर 17 18 और 20 में 4288 भूखंडों की योजना प्रस्तावित है जिसमें आरक्षण का भी प्रावधान होगा.
यमुना प्राधिकरण तीस वर्गमीटर की भूखंड योजना निकालने से पहले उसमें आवेदन के लिए नियम व शर्तें तय करेगा. इसके लिए प्राधिकरण सलाहकार एजेंसी की सेवाएं लेगा.
एजेंसी नियम और शर्तों का निर्धारण करेगी. इस योजना के लिए स्वीकृति मिलने के बाद भूखंड योजना निकाली जाएगी.
प्राधिकरण की 85 वीं बोर्ड बैठक में तीस वर्गमीटर भूखंड की योजना के लिए पहले ही सहमति मिल चुकी है. बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए 4288 भूखंड की योजना निकालने पर सहमति दी थी.
पहले चरण में 4288 प्लॉट की योजना लागू होगी. कुल 30,000 प्लॉट का टारगेट रखा गया है जो एक साल के भीतर लागू होंगे. पहले फेज़ की मंजूरी से लोगों में खुशी की लहर है.
इस योजना का खास ध्यान उन लोगों पर है जिनकी वार्षिक आय 3 लाख रुपए से कम है. खासकर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले, जैसे दैनिक मजदूर, ड्राइवर, सफाई कर्मचारी आदि, अब नोएडा जैसे शहर में घर के मालिक बन सकेंगे.
प्लॉट खरीदने वालों को किश्तों में भुगतान की सुविधा दी जाएगी. हालांकि एक महत्वपूर्ण शर्त ये होगी कि 10 साल तक मकान या जमीन बेची नहीं जा सकेगी. इस योजना का लाभ सिर्फ यूपी के मूल निवासियों को मिलेगा. आपको इनकम प्रूफ देना होगा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.