Uttarakhand Flood: देवभूमि उत्तराखंड में आसमान से आफत बरस रहा है. नदी-नाले तो उफान पर हैं ही, साथ में लैंडस्लाइड से भी आए दिन लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. हर दिन तबाही का खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है.
मंगलवार शाम को ही उत्तरकाशी के धराली इलाके में अचानक बादल फट गया. जिसमें कई घर बह गए. आनन-फानन रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ और सैंकड़ों लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया. जबकि, कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी.
अब अगर ऋषिकेश की बात करें तो यहां परमार्थ निकेतन आश्रम के आरती स्थल पर गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. हालात ऐसे हैं कि शिव मूर्ति तक गंगा का पानी बह रहा है, जो लोगों को जून 2013 आपदा का मंजर याद दिला रहा है.
उत्तरकाशी में कुदरत के कोहराम के बाद हरिद्वार में हाई अलर्ट है. यहां गंगा खतरे के निशान पर बह रही है. पल-पल नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. जिसके चलते लोगों को गंगा घाटों और नदी किनारे जाने से मना किया गया है. साथ ही राहत और बचाव टीमें अलर्ट पर हैं.
पहाड़ों में हो रही बारिश से गौला नदी के डाउनस्ट्रीम में 14000 क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है. जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. जिसके चलते निचले इलाकों में अलर्ट है. लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है.
अब हनुमानगढ़ी मंदिर के लिए भी खतरा पैदा हो गया है, मंदिर कैंपस मे बड़ी-बड़ी दरारें देखी जा रही हैं. गौला नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. कोसी और गौला नदी के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही हैं.
ज्यादा बारिश होने से रुड़की में सोनाली नदी का जलस्तर बढ़ने के संकेत मिले है. जिससे प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. नदी किनारे बसे आदर्शनगर, खंजरपुर, सोत मोहल्ला और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस ने अलाउसमेंट करके लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
पुलिस, अग्निशमन की टीम सक्रिय रूप से नदी किनारे गश्त कर रही है. ये टीम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाहों पर ध्यान न दें और अलर्ट रहें.