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फतेहपुर की 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद पर चला बुलडोजर, मस्जिद कमेटी की आखिरी कोशिश रही नाकाम

Noori jama Masjid in Fatehpur:  फतेहपुर की 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद पर बड़ी कार्रवाई की गई है. मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराया गया है. मस्जिद कमेटी नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट गई थी. लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. 

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Fatehpur Noori jama Masjid
Fatehpur Noori jama Masjid
Preeti Chauhan|Updated: Dec 10, 2024, 01:24 PM IST
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Fatehpur Noori jama Masjid News in Hindi: फतेहपुर की 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद का अवैध हिस्सा बुलडोजर से गिरा दिया गया है. ये हिस्सा रोड की जद में आ रहा था. दरअसल, एक महीने पहले ही PWD ने मस्जिद प्रबंधन को अवैध कब्जा गिराने का नोटिस दिया था. मस्जिद कमेटी अवैध ढांचा गिराने के खिलाफ नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट गई थी. लेकिन PWD को नोटिस पर कोई स्टे नहीं मिला और मंगलवार को ये कार्रवाई की गई. ध्वस्तीकरण के दौरान पुलिस के साथ आरएएफ और अर्धसैनिक बल तैनात था.  मौके पर कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था बरकरार है.

नूरी जामा मस्जिद का अतिक्रमण बुलडोज़र से नियमानुसार हटवाया गया- अवैध हिस्से को ढहाए जाने को लेकर लोक निर्माण विभाग का बयान सामने आया है. कहा गया है कि, ललौली कस्बे में स्थित नूरी मस्जिद प्रबंधन समिति द्वारा मार्ग पर अवैध निर्माण के संबंध में लोक निर्माण विभाग द्वारा  17 अगस्त को नोटिस दिया गया था. 24 सितम्बर को ललौली कस्बे स्थित अवैध निर्माण को अभियान चलाकर लोक निर्माण विभाग द्वारा हटाया गया था. उसी समय मस्जिद प्रबंधन समिति द्वारा समय लिया गया था कि वो स्वयं इस अवैध निर्माण को ढहा देंगे. किंतु उनके द्वारा अवैध निर्माण नहीं हटाए जाने पर आज जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम द्वारा उक्त कार्रवाई की गई है.

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष की तीखी प्रतिक्रिया

फतेहपुर की नूरी मस्जिद के ध्वस्तीकरण पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की ह. उन्होंने कहा कि मस्जिद का ध्वस्तीकरण करना इंसाफ के खिलाफ है. उन्होंने सरकार से मांग की कि जब सुप्रीम कोर्ट ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगा चुका है तो फिर यह मस्जिद के ऊपर बुलडोजर कार्रवाई क्यों की जा रही है. बुलडोजर कार्रवाई की उन्होंने अन्याय का हिस्सा बताते हुए कहा कि यह मुसलमान के ऊपर जुल्म है, जिस पर रोक लगना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि देश के संविधान ने हमें धार्मिकता की आजादी दी है और यह उसका आनंद है. उन्होंने कहा की मस्जिद के दोस्ती कारण को लेकर देश और प्रदेश का माहौल बिगाड़ सकता है इसलिए इस कार्रवाई पर तत्काल रोक लगनी चाहिए.

इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती
पीडब्ल्यूडी विभाग ने जिले के ललौली थाना क्षेत्र के कस्बा स्थित नूरी जामा मस्जिद करीब 180 साल पुरानी है.  ये मस्जिद कस्बे से गुजरी बांदा-बहराइच हाईवे पर है. इस  सड़क चौड़ीकरण का निर्माण कार्य होना है.  मस्जिद का कुछ भाग अतिक्रमण के दायरे में आ रहा है.  सड़क चौड़ीकरण को लेकर शासन ने इमारत को ध्वस्त करने का आदेश दिया है. नूरी जामा मस्जिद के इंतजामिया कमेटी की तरफ से एडवोकेट सैयद अजीम उद्दीन ने धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक केंद्र का हवाला देते हुए ध्वस्तीकरण के आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी है.  मस्जिद कमेटी का तर्क है कि इस ऐतिहासिक संरचना को नष्ट करना अनुचित है और यह सांस्कृतिक विरासत को हानि पहुंचाने वाला कदम होगा. हालांकि, केस टेकअप नहीं हो पाने की वजह से बीते 6 दिसंबर को होने वाली सुनवाई टाल दी गई.

Noori Jama Masjid: फतेहपुर नूरी जामा मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराया गया, प्रशासन ने अवैध निर्माण तोड़ा

180 वर्ष पुरानी नूरी जामा मस्जिद पर चला बुलडोजर

नूरी जामा मस्जिद के अवैध हिस्से को जमीदोज किया गया था. सड़क निर्माण के दौरान लोक निर्माण विभाग ने नोटिस जारी किया था. नोटिस जारी होने के एक महीने बाद बुलडोजर चला है. मामले में मस्जिद कमेटी हाईकोर्ट गई थी. 13 दिसंबर को मामले की सुनवाई होनी थी. पीडब्ल्यूडी को हाईकोर्ट का कोई स्थगन आदेश नहीं मिला. ये कार्रवाई फतेहपुर के ललौली कस्बा में हुई.

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