Prayagraj News: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हो गई है, लेकिन माफिया का गैंग अभी दहशत फैलाए हुए हैं. पिछले दिनों माफिया अतीक अहमद के साढ़ू इमरान जई और उसके साथियों पर पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र में जमीन कब्जाने के आरोप लगे थे. इतना ही नहीं पुलिस एफआईआर दर्ज तलाश कर रही थी. इस बीच अतीक का साढ़ू इमरान जई फरार हो गया है.
जमीन से जुड़ा है मामला
दरअसल, पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बमरौली उपहार क्षेत्र में मनोज की पुश्तैनी जमीन है. आरोप है कि साल 2021 में अतीक अहमद और इमरान ने मिलकर जमीन के असली मालिक रामदास, शोभ लाल, राम आसरे और ओंकार को अगवा कर लिया था. इसके बाद धमकी देकर दबाव में सुरेश द्विवेदी के नाम पर बैनामा करवा लिया. दो साल बाद यह बैनामा रद्द भी हो गया, लेकिन आरोपी ने फिर से हरिशचंद्र नामक व्यक्ति के नाम पर फर्जी तरीके से जमीन का हस्तांतरण करवा लिया.
विरोध करने पर मनोज के साथ मारपीट करने का आरोप
आरोप है कि 2022 में इमरान अहमद ने इसी जमीन को मोहम्मद सलमान, मोहम्मद समीर और मोहम्मद नसीम को बेच दी. साल 2025 में जब मनोज को पता चला तो उन्होंने इसका विरोध किया. आरोप है कि अतीक के साढ़ू इमरान ने मनोज के साथ मारपीट की. मनोज की शिकायत पर प्रयागराज जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच कराई. जांच के बाद पुरामुफ्ती थाने में इमरान और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. तीन मुकदमे दर्ज होने के बाद पुलिस तलाश कर रही थी.
पांच दिनों में तीन अलग-अलग एफआईआर
इस बीच अतीक का साढ़ू इमरान जई, उसका भाई जीशान उर्फ जानू और डॉ. कामरान फरार हो गए. पुलिस टीम माफिया अतीक के रिश्तेदारों की तलाश में जुटी है. तीनों पर करेली थाना क्षेत्र के बक्शीमोड़ा में भी सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप है. बीते 5 दिनों के अंदर तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज हुई तो माफिया के रिश्तेदार फरार हो गए. बता दें कि जीशान उर्फ जानू को मिला सरकारी गनर भी वापस ले लिया गया है.
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