Prayagraj News Hindi \ Mohd Gufran : उत्तर प्रदेश में आजकल अलग अलग शहरों की परीक्षाओं में सॉल्वर गैंग के मामले सामने आ रहें है इसी में एक मामला प्रयागराज से आया है. जिसमें आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में एक बार फिर सॉल्वर गैंग का भंड़ाफोड़ हुआ है. प्रयागराज पुलिस ने साल्वर समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
जानिए पूरा मामला क्या है..
10 मार्च को आयोजित होने वाली आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सराय इनायत के एक सेंटर पर सॉल्वर के बैठने की सूचना पुलिस को मिली. मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो मूल अभ्यर्थी राजीव वर्मा की जगह पर सुजीत मौर्य के सॉल्वर के रूप में बैठने की पुष्टि सामने आई. इस मामले में पुलिस ने जब सख्ती से सॉल्वर सुजीत मौर्य से पूछताछ शुरू कि तो पता चला कि वह मूल अभ्यर्थी राजीव वर्मा की जगह पर ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए परीक्षा करने पहुंचा था. पुलिस ने मौके से आरोपी के कब्जे से ब्लूटूथ डिवाइस के साथ कई मार्कशीट, चेकबुक और पासबुक बरामद की है.
आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पुलिस के मुताबिक सॉल्वर सुजीत मौर्य इसके पहले भी भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर के रूप में बैठ चुका है. टीईटी परीक्षा में उसकी गिरफ्तारी हुई थ. वह जेल भी गया था. जेल से छूटने के बाद उसने दोबारा भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर के रूप में बैठना शुरू किया. पुलिस के मुताबिक आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर के रूप में सुजीत मौर्य को 5 लाख रुपए मिलना था. एक लाख रुपए एडवांस में मिला था. बाकी पैसे रिजल्ट जारी होने के बाद अभ्यर्थी राजीव वर्मा को सॉल्वर सुजीत मौर्य को देने थे. डीसीपी गंगा नगर कुलदीप सिंह गुणावत ने कहा कि गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की भी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. जल्द ही अन्य को भी गिरफ्तार किया जाएगा. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा और गैंगस्टर के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
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