मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: प्रयागराज के संगम तट पर पांटून पुल बनाए जाने में इस्तेमाल पीपा अचानक गंगा की लहरों में बहने लगा. गंगा की लहरों में पीपा को बहता देख संगम नोज पर स्नान कर रहे स्नानार्थियों में हड़कंप मच गया. डर और दहशत के चलते कुछ समय के लिए स्नानार्थियों ने संगम नोज के घाट को खाली कर दिया. मौके पर मौजूद नाविकों ने किसी तरह से गंगा में बहते हुए दो पीपे को रोका, तब जाकर दुबारा संगम में स्नान शुरू हो सका.
हो सकता था बड़ा हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नाविक अगर समय से पीपा रोकने का प्रयास नहीं करते तो संगम तट पर बड़ा हादसा भी हो सकता था. हालांकि गनीमत रही कि पीपा को जल में बहता देखकर नाविक और गोताखोर सक्रिय हो गए जिसके चलते पीपे को रोककर किनारे किया गया. पीपा के बहने की घटना मंगलवार की बताई जा रही है. बड़ा मंगलवार होने के चलते काफी संख्या में लोग संगमनोज स्नान करने के लिए पहुंचे थे.
नाविकों और गोताखोरों ने बहते पीपे को रोका
महाकुंभ समापन के बाद से लगातार पांटून पुल को निकालने का काम पीडब्लडी विभाग की तरफ से किया जा रहा है. गंगा की धारा में बनाए गए पांटून पुल के पीपे को भी खोल दिया गया था, लेकिन अचानक गंगा के जलस्तर में वृद्धि हुई तो पीपा जल में तैरने लगा. मंगलवार को अचानक गंगा में पीपा को तैरता देख स्नानार्थियों में हड़कंप मच गया. हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ. कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल जरूर रहा, लेकिन मौके पर मौजूद नाविकों और गोताखोरों ने बहते पीपे को रोककर किनारे लगा दिया.