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Rath Yatra 2024: कब निकलेगी भव्य जगन्नाथ रथ यात्रा? नोट कर लें सटीक डेट और समय

Jagannath Rath Yatra 2024: भव्य जगन्नाथ रथ यात्रा, भगवान जगन्नाथ के महापर्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे हर साल निकाला जाता है. ओडिशा में एक अलग ही उत्सव होता है.

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Jagannath Rath Yatra 2024
Jagannath Rath Yatra 2024
Padma Shree Shubham|Updated: Jun 25, 2024, 05:59 PM IST
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Jagannath Rath Yatra 2024 Start Date And End Date: जगन्नाथ रथ यात्रा का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है, यहां सनातन को मानने वालों के लिए आस्था का विषय है. हर साल पश्चिमी ओडिशा राज्य में इस यात्रा को बड़े ही भव्य तरीके से निकाला जाता है. इस उत्सव में भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ भगवान जगन्नाथ मंदिर से विशाल रथों पर निकलते हैं औऱ शहर के मुख्य सड़कों से गुजरते हुए अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. इस दौरान आश्चर्यजनक तरीके से लाखों लोग रथ को खींचते हुए सुगम रूप से आगे की ओर बढ़ते जाते हैं. भगवान के दर्शन पाने का पूरे प्रयास करते हैं. ओडिशा राज्य के लोग जगन्नाथ रथ यात्रा का उत्सव गहरी भक्ति, प्रेम व उत्साह के साथ मनाते हैं. 

जगन्नाथ रथ यात्रा की तिथि और समय क्या है-
वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली द्वितीया तिथि यानी 7 जुलाई यात्रा निकाली जाएगी. इस दिन सुबह के समय 4:24 बजे से यात्रा शुरू की जाएगी और 8 जुलाई को सुबह के समय 4:59 बजे तक यात्रा जारी रहेगी रखी जाएगी. उदया तिथि में के अनुसार ही शुभ और पुण्यकाल की मान्यता है, इस तरह 2024 में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 7 जुलाई की तारीख को, दिन रविवार को निकाली जाएगी. 

जगन्नाथ पुरी के लिए रूट 
दिल्ली से जगन्नाथ पुरी अगर रेलवे और फ्लाइट से जाएं तो आसानी से गणतव्य स्थान पर पहुंच जाएंगे. दिल्ली से भुवनेश्वर जाने के लिए आपको कई ट्रेन मिल जाएंगी फिर पुरी के लिए आपको बस या ट्रेन उपलब्ध होते हैं. रेलवे का टिकट पहले ही ले लें. वहीं फ्लाइट के लिए आपको दिल्ली से भुवनेश्वर के लिए टिकट लेना होगा. फिर बस या ट्रेन से पुरी जाना होगा. 

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जानें महत्व 
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के बाद भगवान गुंडिचा मंदिर पहुंचते हैं जहां 10 दिन तक वास करते हैं, मान्यता है कि अपनी मौसी के घर भगवान जनकपुर में जाते हैं जहां वो  दसों अवतारों में धारण रूप में होते हैं. जब पहियों को रथ यात्रा के लिए जोड़ दिया जाता है तो भगवान का यह विशेष आगमन होता और लोगों को इस समय एक अद्भुत अनुभव होता है. धार्मिक और सामाजिक समृद्धि का संदेश चारों और फैलाया जाता है. लोग एक दूसरे का सम्मान करते हैं. 

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