Raksha Bandhan 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को सावन पूर्णिमा के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. आज बहनें अपने भाईयों की लंबी उम्र की भी कामना कर रही हैं. इस बार का ये प्यार भरा त्योहार और भी खास है, क्योंकि इस साल सालों बाद भद्रा का कोई साया नहीं है. सीएम योगी ने प्रदेश वासियों को रक्षाबंधन की बधाई दी है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- स्नेह की पवित्र गांठ, विश्वास की मौन प्रतिज्ञा, भाई-बहन के अटूट प्रेम की जीवंत अभिव्यक्ति रक्षाबंधन की प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई! रक्षासूत्र की नन्ही डोर सिर्फ कलाई नहीं बांधती, आत्मा को जोड़ती है। यह हर युग में मर्यादा और आत्मीयता की अमर गाथा बुनती है।
सीएम योगी ने X पर किया पोस्ट
स्नेह की पवित्र गांठ, विश्वास की मौन प्रतिज्ञा, भाई-बहन के अटूट प्रेम की जीवंत अभिव्यक्ति रक्षाबंधन की प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!
रक्षासूत्र की नन्ही डोर सिर्फ कलाई नहीं बांधती, आत्मा को जोड़ती है। यह हर युग में मर्यादा और आत्मीयता की अमर गाथा बुनती है। pic.twitter.com/3geIpdlpk7
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 8, 2025
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, शुभ मुहूर्त शनिवार सुबह 5 बजकर 47 मिनट से शुरू हो गया और दोपहर 1.24 पर समाप्त हो जाएगा. यानी राखी बांधने के लिए 7 घंटे 37 मिनट का समय रहने वाला है. लेकिन ध्यान रहे कि इस बीच राहु काल भी पड़ने वाला है.
रक्षाबंधन के दिन राहुकाल का समय
बता दें कि राहु काल सुबह 8.50 से 10.29 तक रहेगा. इस समय राखी नहीं बांधी जाएगी. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, राहुकाल के दौरान राखी बांधना और किसी भी शुभ कार्य को करना उचित नहीं माना जाता है.
भाई की बैठने की दिशा
रक्षाबंधन पर राखी बांधते समय भाई का मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए.भाई को सिर रुमाल से ढ़कना चाहिए.भाई की दाहिने हाथ की कलाई में राखी बांधना शुभ होता है।