Rishikesh News: उत्तराखंड के बदरीनाथ हाईवे पर राम तपस्थली ब्रह्मपुरी में कथा सुनने पहुंची मां बेटी गंगा में नहाने के दौरान बह गई. सूचना मिलते ही राम तपस्थली आश्रम में हड़कंप मच गया. आश्रम के संचालक गंगा में डूबने वाली मां बेटी के परिजनों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची. जानकारी हासिल करने के बाद एसडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाना शुरु किया, लेकिन उफान पर आई गंगा की लहरों के बीच मां बेटी को तलाश करना एसडीआरएफ के लिए चुनौती बना हुआ है.
एसडीआरएफ की टीम और गोताखोर अपने स्तर से मां बेटी को तलाश करने का प्रयास कर रहे हैं. जल पुलिस की टीम भी सहयोग कर रही है. एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कविंद्र सजवान ने बताया कि घटना मुनि की रेती थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई है. गंगा का बहाव अधिक होने की वजह से बैराज प्रशासन और हरिद्वार में जल पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम को भी अलर्ट किया गया है. गंगा में बहने वालों की पहचान 18 वर्षीय गौरी उपाध्याय और उसकी माता मनु उपाध्याय के रूप में हुई है. यह दोनों मां बेटी मध्य प्रदेश के मुरैना की रहने वाली हैं.
मध्य प्रदेश से ऋषिकेश आया था ग्रुप
मिली जानकारी के मुताबिक राम तपस्थली में राम कथा का आयोजन हो रहा है. 9 जुलाई की सुबह गंगा स्नान और पूजा करने मध्यप्रदेश से ऋषिकेश के पास राम तपस्थली ब्रह्मपुरी में राम कथा में एक ग्रुप आया था. एमपी की दो महिलाएं सुबह 6:30 बजे राम तपस्या आश्रम के घाट पर स्नान करने गई और तेज बहाव में डूब गईं. डूबने वालों में कैलाश रस मोरियाना मध्यप्रदेश निवासी मनू उपाध्याय पत्नी मनीष उपाध्याय और 18 वर्षीय गौरी पुत्री मनीष उपाध्याय तेज बहाव की चपेट में आ गईं. इस दौरान वे दोनों गंगा की तेज धारा में बह गईं. टीम ने सर्च अभियान चलाया लेकिन अभी तक उनका कोई पता नहीं लग सका है.
सर्चिंग अभियान जारी
एसडीआरएफ द्वारा सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है. कथा के लिए ग्रुप में आए परिजन भी ऋषिकेश में मौजूद है. पानी का अत्यधिक होने से टीम द्वारा हरिद्वार, जल पुलिस, एस डी आर एफ और अन्य बैराज स्टाफ को अवगत करा दिया गया है.