Saharanpur Latest News/नीना जैन: हर किसी की भक्ति की अपनी एक राह होती है. कोई पर्वतों में साधना करता है, तो कोई नंगे पांव तीर्थ यात्रा पर निकल पड़ता है. लेकिन राजस्थान के रहने वाले सोनू की आस्था कुछ अलग ही मिसाल पेश कर रही है. वह चंडीगढ़ से बाबा केदारनाथ तक दंडवत करते हुए यात्रा कर रहे हैं. इस कठिन मार्ग में वह सभी सांसारिक सुख-सुविधाएं त्यागकर केवल अपने अटूट विश्वास और संपूर्ण समर्पण के बल पर आगे बढ़ रहे हैं. उनकी इस अनोखी साधना को देख लोग श्रद्धा से नतमस्तक हो रहे हैं.
सोनू इस यात्रा को लेकर क्या कहे?
सोनू का कहना है कि यह यात्रा किसी मन्नत या मनोकामना के लिए नहीं है, बल्कि आत्मज्ञान और सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से की जा रही है. उन्होंने कहा कि आज हम अपने धर्म और संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं. यह यात्रा एक माध्यम है जिससे मैं लोगों को सनातन की उन विधियों से जोड़ सकूं, जिन्हें हमने भुला दिया है.
इससे पहले हरिद्वार से अमरनाथ तक यात्रा
राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले सोनू वर्तमान में चंडीगढ़ में रहते हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले वह हरिद्वार से अमरनाथ तक पैदल यात्रा कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने कई लीटर गंगाजल भी साथ ले गया था. लेकिन इस बार उन्होंने दंडवत यात्रा को चुना है, जो बेहद कठिन मानी जाती है.
आधुनिक सुविधा का उपयोग नहीं
हर दिन वह कुछ किलोमीटर दंडवत करते हैं, और जहां रात होती है वहीं टेंट लगाकर रुक जाते हैं. किसी भी प्रकार की आधुनिक सुविधा का उपयोग नहीं कर रहे हैं. उनका खाना-पीना बेहद सादा है और दिन का अधिकांश समय भजन, ध्यान और साधना में बीतता है.
तीन से चार महीना लग सकता है
सोनू ने बताया कि केदारनाथ तक पहुंचने में उन्हें करीब 3 से 4 महीने का समय और लग सकता है. गर्मी के मौसम में यह यात्रा और भी कठिन हो गई है, लेकिन उनका विश्वास और समर्पण हर बाधा को पार कर रहा है.