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कौन हैं कैराना MP इकरा हसन को 'कार्यालय से बाहर जाइए' कहने वाले ADM संतोष बहादुर सिंह, जिन पर लगी है आरोपों की झड़ी

Who is ADM Santosh Bahadur Singh: यूपी के सहारनपुर जिले में एक प्रशासनिक विवाद ने सियासी रंग ले लिया है. कैराना की सांसद इकरा हसन और एडीएम संतोष बहादुर सिंह के बीच विवाद गहरा गया है.आइए जानते हैं एडीएम संतोष बहादुर के बारे में....

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Saharanpur news (Social Media)
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Preeti Chauhan|Updated: Jul 17, 2025, 09:04 AM IST
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Who is ADM Santosh Bahadur Singh: सहारनपुर कैराना से सांसद इकरा हसन के साथ अभद्रता का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है.  कैराना सांसद इकरा हसन और एडीएम संतोष बहादुर सिंह का विवाद अब काफी बढ़ गया है. एडीएम पर जनप्रतिनिधि के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगा है. पदाधिकारियों की तरफ से मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जांच के बाद एडीएम पर कार्रवाई की मांग की गई है. वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फेसबुक और एक्स पर लिखा है कि जो अधिकारी सांसद का सम्मान नहीं करता वह जनता का सम्मान क्या करेगा. आइए जानते हैं कौन हैं  एडीएम संतोष बहादुर सिंह

आइए जानते हैं कौन हैं संतोष बहादुर सिंह?
एडीएम संतोष बहादुर का जन्म 24 जुलाई 1974 को यूपी के बलिया जिले में हुआ था. वह लंबे समय से विभिन्न प्रशासनिक पदों पर कार्यरत हैं. संतोष बहादुर सिंह 2011 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं.  वर्तमान में सहारनपुर में एडीएम वित्त के पद पर तैनात हैं. 

आगरा में डिप्टी कलक्टर के पद पर पहली तैनाती
पीसीएस अधिकारी संतोष बहादुर सिंह की पहली तैनाती 25 जुलाई 2011 को आगरा में डिप्टी कलक्टर के तौर पर हुई थी. 28 सितंबर 2012 को उनकी तैनाती रामपुर में डिप्टी कलक्टर के पद पर हुई.  2014-16 में मुरादबाद,2016-18 में मेरठ के डिप्टी कलक्टर के तौर पर उन्होंने काम किया.

15 मई 2025 को वे सहारनपुर के एडीएम बने
संतोष बहादुर सिंह को 17 मार्च 2018 को गाजियाबाद के सिटी मजिस्ट्रेट के पद पर तैनाती मिली थी.  24 अगस्त 2018 को वे बांदा के एडीएम बनाए गए. 2021 में उन्हें बरेली भेजा गया.  15 मई 2025 को वे सहारनपुर के एडीएम बनाकर भेजे गए. अब उनके खिलाफ सांसद इकरा हसन ने अपमान का आरोप लगा दिया है

जानें क्या है विवाद?
मामला 1 जुलाई 2025 का है.  सांसद इकरा हसन नगर पंचायत छुटमलपुर की समस्याओं को लेकर एडीएम कार्यालय पहुंचीं थीं.  सांसद का आरोप है कि वहां एडीएम संतोष बहादुर सिंह ने न केवल उन्हें और नगर पंचायत अध्यक्ष को नजरअंदाज किया, बल्कि गेट आउट जैसे अपमानजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया. सांसद का कहना है कि बाद में जब वह कार्यालय पहुंचीं तो अधिकारी ने उनके साथ बेहद असभ्य व्यवहार किया. इकरा हसन ने कहा कि मुझे सांसद बने करीब एक साल हो चुका है। इससे पहले भी हम लोग जनता के बीच रहते थे.  किसी अधिकारी ने इस तरह का व्यवहार नहीं किया.  हमने भी किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की. इसीलिए हमने शिकायत लिखी है.  हसन के अनुसार, यह घटना 1 जुलाई को हुई.  दोपहर लगभग 3 बजे, हसन और परवीन एडीएम के कार्यालय गए.  सांसद ने आरोप लगाया कि उनके पहुंचने पर एडीएम सिंह का व्यवहार "सम्मानजनक नहीं" था. इकरा हसन ने एडीएम पर 'गेट आउट' कहकर अपमानित करने और असम्मानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है.

ADM ने आरोपों को नकारा
एडीएम ने  सांसद के सभी आरोपों को निराधार बताया है. एडीएम का कहना है कि गेट आउट जैसे शब्द उन्होंने नहीं बोले और न ही कोई असभ्य भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मैं लोक सेवक हूं। अपनी मर्यादा अच्छी तरह जानता हूं. उन्होंने कहा कि 1 जुलाई को वह फील्ड विजिट पर थे। उन्हें जैसे ही सांसद के आने की जानकारी मिली, वह तुरंत कार्यालय वापस आ गए.  उनके अनुसार, जब वह पहुंचे तब सांसद वहां नहीं थीं. उन्होंने खुद सांसद को कॉल कर बुलाया. उन्होंने कहा कि मुलाकात के दौरान पूरी शिष्टता से बात की.

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