Ayodhya Ram Mandir: "राम-नाम आधार जिन्हें वो जल में राह बनाते हैं, जिन पर कृपा राम करे वो पत्थर भी तिर जाते हैं..." भजन की ये पंक्तियां उज्जैन के एक युवक पर बिल्कुल फिट बैठती हैं. यह युवक 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले रामलला प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में पैदल ही निकल पड़ा है. यह रामभक्त उज्जैन से 900 किमी की दूरी तय कर अयोध्या में ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनेगा.
13 दिसंबर को शुरू की यात्रा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उज्जैन के इस युवक का नाम राजवर्धन सिंह सिसौदिया है. उन्होंने 13 दिसंबर 2023 को उज्जैन से अपनी 900 किमी की यात्रा शुरू की थी. राजवर्धन के मुताबिक, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या पहुंच जाएगा. उन्होंने बताया कि वह एक दिन में 30 से 35 किमी का सफर करेंगे. बीते दो दिन में वह 65 किमी पैदल चलकर शाजापुर पहुंचे हैं. उनका लक्ष्य बेहद स्पष्ट है कि वह अपनी आंखों से रामलला को मंदिर में विराजते हुए देख सकें. इसके लिए उन्होंने यात्रा शुरू करने से पहले बाबा महाकाल का आशीर्वाद भी लिया और 'जय श्री राम' बोलकर सफर पर निकल पड़े.
बचपन से श्रीराम और बजरंगबली का भक्त
राजवर्धन के मुताबिक, वह बचपन से श्री राम और बजरंगबली का भक्त हैं और वर्षों से अपने आराध्यों की पूजा करता आ रहे हैं. उन्होंने तय किया था कि जब राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा और वहां रामलला की स्थापना होगी तब वह दर्शन को जरूर जाएंगे. वर्षों बाद अब वह दिन आने वाला है रामलला अपने गर्भगृह में विराजेंगे और भक्तों को दर्शन देंगे.
यहां देखें 17-22 जनवरी तक क्या-क्या होगा?
17 जनवरी को रामलला की अचल मूर्ति की भव्य शोभा यात्रा निकालकर राम जन्म भूमि परिसर में स्थापित की जाएगी. उसके बाद 18 जनवरी से पूजन ,अर्चन अनुष्ठान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी. 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र में दिन 12:20 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. 12:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी रामलला की पहली आरती उतारेंगे.
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