Lucknow News: उत्तर प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए सरकार बड़े स्तर पर नवीकरणीय ऊर्जा पर काम कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि अयोध्या की तर्ज पर प्रदेश के सभी नगर निगमों को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा.
अयोध्या बनी पहली सोलर सिटी
अयोध्या में पहले ही 6000 मेगावाट सोलर एनर्जी की व्यवस्था कर दी गई है, जिससे इसे उत्तर प्रदेश की पहली सोलर सिटी का दर्जा मिला. अब सरकार का लक्ष्य है कि बाकी नगर निगमों को भी सौर ऊर्जा पर निर्भर बनाया जाए, जिससे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके और पर्यावरण को स्वच्छ रखा जाए.
ग्रीन एनर्जी पर बड़ा फोकस
मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी सरकार 22,000 मेगावाट ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लक्ष्य पर काम कर रही है. बुंदेलखंड में 5000 मेगावाट क्षमता का ग्रीन कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है, जिससे इस क्षेत्र को भी सौर ऊर्जा का हब बनाया जा सके.
गोरखपुर को खुले में कचरा जलाने से मुक्त करने का लक्ष्य
गोरखपुर में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP)के तहत आयोजित सेमिनार में मुख्यमंत्री ने कहा कि 2027 तक गोरखपुर को खुले में कचरा जलाने से मुक्त शहर बनाया जाएगा. यह पहल पर्यावरण को संरक्षित करने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगी.
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध से राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाकर पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में मजबूत कदम उठाया है। इससे शहरों में जलभराव की समस्या कम हुई, मिट्टी के कारीगरों को बढ़ावा मिला और रोजगार के नए अवसर बनेंगे.
नेट जीरो का लक्ष्य और जनभागीदारी
सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2070 तक 'नेट जीरो' का लक्ष्य रखा है, यानी देश में कार्बन उत्सर्जन न्यूनतम स्तर पर लाया जाएगा। इसके लिए सरकार, टेक्नोलॉजी और जन जागरूकता को मिलाकर कार्य कर रही है.
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण सिर्फ सरकारी नीतियों से संभव नहीं है, बल्कि इसमें जनता की भी भागीदारी जरूरी है. जन प्रतिनिधियों और आम लोगों की भागीदारी से ही यह अभियान सफल होगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि जैसे अयोध्या को सोलर सिटी बनाया गया, उसी तरह यूपी के सभी नगर निगमों को ग्रीन एनर्जी से जोड़ा जाएगा. इस योजना से—
ऊर्जा की बचत होगी, पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी और लोगों को सस्ती और स्वच्छ बिजली मिलेगी.