UP News: उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक 91 साल के हो गए हैं. उनका जन्म 16 अप्रैल को 1934 को महाराष्ट्र के सांगली में हुआ था. राम नाईक की गिनती भारतीय राजनीति के बेबाक नेताओं में होती है. उन्होंने करीब 4 दशक के अपने राजनीतिक करियर के दौरान जनसाधारण की समस्याओं को प्राथमिकता दी. उन्हें पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा जा चुका है. इतना नहीं यूपी दिवस मनाने की शुरुआत करने का श्रेय भी राम नाईक को ही जाता है. योगी सरकार ने 2017 से हर साल 24 जनवरी के दिन यूपी दिवस मनाने का ऐलान किया था.
राम नाईक ने पूर्व सीएम अखिलेस को दी थी सलाह
तत्कालीन राज्यपाल राम नाई ने यूपी दिवस के आयोजन की सलाह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी थी, लेकिन अखिलेश यादव ने उनकी सलाह पर कोई अमल नहीं किया. 2017 में जब यूपी में जब पहली बार योगी सरकार आई तो राज्यपाल राम नाईक ने यही सलाह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी दी जिसे सीएम योगी तुरंत अमल में ले आए और तभी से हर साल 24 जनवरी के दिन यूपी दिवस मनाया जाता है.
राम नाईक का सियासी सफर
राम नाईक बाल्य अवस्था से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गए थे. उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत तो हालांकि 1964 से ही हो गई थी लेकिन 1978 में वो पहली बार बोरीवली से विधायक चुने गए और लगातार तीन बार महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचे. 1980 से 1986 तक वो मुंबई भाजपा के अध्यक्ष भी रहे. 1989 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. वे अटल बिहारी की सरकार में मंत्री भी रहे. 2004 में मुबंई उत्तर सीट पर लोकसभा चुनाव में उन्हें अभिनेता गोविंदा से हार का सामना भी करना पड़ा. करीब 4 दशक के राजनीतिक सफर को उन्होंने 2013 में त्याग दिया. इसके बाद 2014 में उन्हें यूपी का राज्यपाल बना दिया गया.
उत्तर प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें UP News और पाएं UP Latest News हर पल की जानकारी । उत्तर प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड !
ये भी पढ़ें: प्रॉपर्टी में अफसरों की पहली पसंद लखनऊ, यूपी के जिलाधिकारियों में कौन सबसे अमीर, किसकी कितनी संपत्ति
ये भी पढ़ें: IPS मोहसिन खान को एक और झटका, यौन शोषण के आरोप में पहले सस्पेंड, अब पीएचडी पर रोक