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उन्नाव की दो सगी बहनें एकसाथ बनीं IAS, पहले ही प्रयास में पास की यूपीएससी परीक्षा

Success Story: यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे जारी हो चुके हैं. देश के कई शहरों से चयनित उम्मीदवारों की सक्सेस स्टोरी सामने आ रही हैं. इन्हीं में उन्नाव की दो सगी बहनें भी शामिल है, जिन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की है.

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Zee Media Bureau|Updated: Apr 23, 2025, 11:16 AM IST
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UPSC CSE Final Result 2024-25 (ज्ञानेंद्र कुमार): संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार को घोषित हो गया. प्रयागराज की शक्ति दुबे ने टॉप किया है. वहीं उन्नाव जिले की दो सगी बहनों ने भी एकसाथ यूपीएससी परीक्षा पास कर जिले का नाम रोशन किया है. खास बात यह है कि दोनों को पहले ही प्रयास में सफलता मिली है.

पहले ही प्रयास में मारी बाजी
जिसे के असोहा ब्लॉक के अजयपुर गांव के रहने वाले राघवेंद्र मिश्रा की दो बेटियों सौम्या मिश्रा और सुमेधा मिश्रा ने सिविल सेवा परीक्षा में परचम लहराया है. बता दें कि सौम्या मिश्रा 2021 में दूसरे प्रयास में उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) से एसडीएम के पद पर चयन हुआ था. मौजूदा समय में मिर्जापुर जिले की मरिहान तहसील में तैनात हैं.मंगलवार को आए नतीजे में पहले प्रयास में ही सफल होकर आईएएस बन गई है. उनके साथ उनकी छोटी बहन सुमेधा मिश्रा ने भी परीक्षा में बाजी मारी है.

सौम्या मिश्रा की 18 तो सुमेधा ने हासिल की 253वीं रैंक
सुमेधा भी शुरूआती शिक्षा से टॉपर रही. एमए की पढ़ाई करने के बाद से ही सुमेधा दिल्ली में ही आईएएस की तैयारी कर रही थी. सुमेधा ने भी पहली ही कोशिश में देश की सबसे बड़ी परीक्षा में अपना नाम दर्ज करा लिया. सौम्या मिश्रा को यूपीएससी में 18 और सुमेधा को 253 वीं रैंक हासिल हुई हैं. पिता राघवेन्द्र मिश्रा करीब 15 साल पहले परिवार को लेकर दिल्ली में बस गए थे. वह दिल्ली में सरकारी शिक्षक के पद पर तैनात हैं. उनकी पत्नी रेनू मिश्रा कुशल ग्रहणी हैं. गांव में राघवेन्द्र की मां इन्द्रा देवी रहती हैं जबकि दादा इकबाल शंकर मिश्रा का निधन हो चुका है.

प्रयागराज की शक्ति दुबे ने किया टॉप
प्रयागराज की शक्ति दुबे ने सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया है. बचपन से होनहार शक्ति ने तीसरे प्रयास में यह उपलब्धि हासिल की. अपने दूसरे प्रयास में वह दो नंबर से क्वालीफाई करने से चूक गई थीं. बायोकेमिस्ट्री में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) से एमएससी करने वाली शक्ति वहां भी गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। शक्ति के पिता देवेंद्र कुमार दुबे पुलिस विभाग में पेशेवर के पद पर कार्यरत हैं. उनका परिवार मूल रूप से देवरिया के बैरिया का रहने वाला है.

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